साउथ सिनेमा के दिग्गज अभिनेता रजनीकांत को 51वां दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरुवार को एलान किया है। दादा साहब फाल्के को भारतीय सिनेमा का सबसे प्रतिष्ठित अवॉर्ड माना जाता है। रजनीकांत बीते 5 दशक से सिनेमा पर राज कर रहे हैं। इस साल ये सिलेक्शन ज्यूरी ने किया है। प्रकाश जावड़ेकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- ‘आज इस साल का दादा साहब फाल्के अवॉर्ड महान नायक रजनीकांत को घोषित करते हुए हमें बहुत खुशी है। इस ज्यूरी में आशा भोंसले, मोहनलाल, विश्वजीत चटर्जी, शंकर महादेवन और सुभाष घई जैसे कलाकार शामिल रहे हैं।
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इसके बाद साउथ के लोकप्रिय अभिनेता रजनीकांत ने अब ट्वीट कर शुक्रिया अदा किया है। उनकी तरफ से लिखा गया ‘‘भारत सरकार, आदरणीय और प्रिय नरेंद्र मोदी, प्रकाश जावड़ेकर और ज्यूरी को मेरा दिल से धन्यवाद कि मुझे प्रतिष्ठित दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसे मैं ईमानदारी से उन सभी को समर्पित करता हूं जो मेरी यात्रा का हिस्सा रहे हैं। सर्वशक्तिमान को धन्यवाद: रजनीकांत’
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साउथ सिनेमा के सुपरस्टार रजनीकांतजी को फिल्मी जगत का सबसे बड़ा अवॉर्ड दादा साहेब फाल्के से सम्मानित किया जाएगा। इसकी घोषणा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें बधाई दी है। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘कई पीढ़ियों में लोकप्रिय। विभिन्न भूमिका निभाने वाले। एक स्थायी व्यक्तित्व… आपके लिए रजनीकांत हो सकता है। यह बेहद खुशी की बात है कि थलाइवा को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें बधाई।’
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बता दें कि रजनीकांत का फिल्मी सफर मुश्किलों से भरा रहा। बचपन में उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। रजनीकांत की असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ था। यही शिवाजी राव आगे चलकर रजनीकांत बने। जब वह पांच साल के थे तभी उनकी मां का निधन हो गया। मां के निधन के बाद परिवार की जिम्मेदारी उनके कंधे पर आ गई। रजनी सर के लिए भी घर चलाना इतना आसान नहीं था। उन्होंने घर चलाने के लिए कुली तक का काम किया।