होमदेशश्री बागेश्वर धाम: धीरेंद्र शास्त्री में दम हो तो जोशीमठ की दरारें...

श्री बागेश्वर धाम: धीरेंद्र शास्त्री में दम हो तो जोशीमठ की दरारें भरकर दिखाएं : शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद

spot_img

दैवीय शक्तियों को अपने बस में रखने का दावा करने वाले बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के चमत्कार को ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने ढोंग और अन्धविश्वास बताया है। ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य ने धीरेंद्र शास्त्री के दावे पर सवाल सवाल खड़े कर दिए हैं।

शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने ही नहीं, माघ मेले में आए कई संतों ने बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के चमत्कार को सनातन संस्कृति के विरुद्ध बताया। कई संतों का कहना है कि सनातन धर्म कभी पाखंड और अंधविश्वास को बढ़ावा नहीं देता।

धीरेंद्र शास्त्री आये, हमारे मकानों, मठों में आई दरारों को भर दें, हम उनके लिए फूल बिछाएंगे

श्री बागेश्वर धाम के पं. धीरेंद्र शास्त्री की शक्तियों और उनके दावे को लेकर पूछे गए एक सवाल पर ज्योतिष्पीठाधीश्वर विमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि इसे और बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए। ज्योतिष्पीठाधीश्वर ने कहा कि चमत्कार दिखाने वाले धीरेंद्र शास्त्री उनके जोशीमठ के मकानों में आ गई दरारों को भर दें, तो वो उनका स्वागत करेंगे। सरस्वती जी ने कहा कि हम उनके लिए फूल बिछाएंगे, अगर वह आये, हमारे मकानों, मठों में आई दरारों को भर दें।

यह भी देखें: Top 3 Gadgets Under Rs.500- ये बेहतरीन गैजेट्स 500 रू से भी कम में खरीद सकते हैं

इसी तरह सेक्टर दो में स्थित राधा आध्यात्मिक सत्संग मंडल की अध्यक्ष डॉ. राधाचार्या ने भी बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के चमत्कार को अंधविश्वास करार दिया। डॉ. राधाचार्या का कहना है कि सनातन धर्म हमेशा पाखंड और अंधविश्वास से परे सुखी समाज की अवधारणा प्रस्तुत करता है। इस तरह की झाड़-फूंक से धर्म को नहीं अंध विश्वास को ही बढ़ावा मिलता है। इस पर रोक लगनी चाहिए।

सनातन धर्म में पाखंड के लिए जगह नहीं

प्रयागवाल सभा के महामंत्री रितुराज चंद्र मिश्र ने बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के चमत्कार को सनातन धर्म को नुकसान पहुंचाने वाला कदम बताया है। रविवार को सेक्टर तीन के अपने शिविर में उन्होंने बागेश्वर धाम वाले बाबा को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि हमारी संस्कृति इस तरह के पाखंड की छूट नहीं देती। सनातन संस्कृति प्रेम, करुणा, दया और सत्य का मार्ग सिखाती है।

spot_img
- Advertisment -

ताज़ा ख़बरें