हरदोई। जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह का गुस्सा 151 पंचायत सहायकों को झेलना पड़ा और वजह थी आयुष्मान कार्ड बनाने में ढिलाई। जिलाधिकारी ने शून्य और कम संख्या में कार्ड बनाने वाले 151 पंचायत सहायकों के मानदेय भुगतान पर रोक लगा दी हैं।
अंत्योदय योजना कार्डधारक परिवारों को 5 लाख तक निशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त कराए जाने के लिए आयुष्मान कार्ड जारी किए जा रहे हैं। यहां पर इसे गांवों में पंचायत सहायक, एएनएम और आशा कार्यकर्ता के माध्यम से अभियान के तौर पर चलाया जा रहा है।
- यह भी पढ़ें –
- यूपी के कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी, इन जिलों में भारी बारिश के आसार
- दर्दनाक सड़क हादसे में बाइक सवार पिता-पुत्र समेत 3 की मौत
जिलाधिकारी एमपी सिंह ने 30 आयुष्मान कार्ड प्रतिदिन जारी करने का लक्ष्य रखा है। जिलाधिकारी ने समीक्षा में पाया कि विकास खंड शाहाबाद, संडीला, टोडरपुर, बावन, सुरसा और अहिरोरी की बड़ी संख्या में पंचायत सहायकों ने इससे कम ही आयुष्मान कार्ड जारी किए हैं। कई पंचायत सहायकों की स्थिति शून्य ही रही है।
डीपीआरओ विनय कुमार सिंह ने बताया कि शाहाबाद में 24, संडील में 10, टोडरपुर 30, बावन में 30, सुरसा में 18 और अहिरोरी में 39 पंचायत सहायकों की स्थिति कम पाई गई है। प्रधान और पंचायत सचिवों को पंचायत सहायकों की स्थिति और नाम के साथ आदेश दिए गए हैं कि पंचायत सहायकों के मानदेय भुगतान पर रोक लगाएं। सहायक विकास अधिकारी पंचायत को नियमित पर्यवेक्षण के लिए कहा गया है।