हरदोई। फर्जीवाड़ा कर बिजली चोरी कराने में शामिल पाए गए बिजली विभाग के एक अवर अभियंता और दो तकनीकी सहायकों को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही पूरे मामले की विस्तृत जांच के आदेश भी दिए गए हैं। काफी समय बाद हुई इस तरह की कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
बिजली चोरी रोकने के लिए जुलाई में विशेष जांच अभियान ने चलाया रहा है। इसी विशेष जांच के दौरान आठ जुलाई को बिजली विभाग के अवर अभियंता प्रांजल श्रीवास्तव टीम के साथ अतरौली थाना क्षेत्र के एराकाकेमऊ गांव जाँच करने पहुंचे थे। यहां उपभोक्ता प्रताप सिंह के परिसर में एक आटा चक्की लगी हुई थी।
आटा चक्की में अनधिकृत ट्रांसफार्मर और मीटर भी लगा पाया गया। इसमें 10 हॉर्स पावर की बिजली चोरी पकड़ी गई थी। इस मामले में तकनीकी सहायक (टीजी-2) अखिलेश ने फर्जी सीलिंग प्रमाण पत्र भरकर हस्ताक्षर कर दिए। यहां लगे ट्रांसफार्मर और मीटर के सभी अभिलेखों में भी फर्जीवाड़ा मिला।
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चक्की मालिक प्रताप सिंह अधिकांश अभिलेख नहीं दिखा पाए, जबकि जो अभिलेख दिखाए वह जांच में फर्जी मिले। पूरे मामले में टीजी-2 अखिलेश और प्रदीप कुमार के साथ साथ तत्कालीन अवर अभियंता हरि प्रकाश श्रीवास्तव को भी निलंबित कर दिया गया है। निलंबन की कार्रवाई मुख्य अभियंता विद्युत राजीव कुमार सिंह ने की है।