World Cancer Day: उत्तर प्रदेश में युवक व युवतियों में अब समान रूप से मुंह और गले का कैंसर हो रहा है। 40 या उससे कम उम्र के लोग इसके ज्यादा शिकार हो रहे हैं। अस्पतालों में 20 फीसदी से अधिक मरीज 40 या उससे कम उम्र के पहुंच रहे हैं। इनमें समान रूप से यह बीमारी पाई जा रही है। धूम्रपान व तंबाकू का सेवन मुख्य वजह माना गया है।
कैंसर रोग विभाग की एक वरिष्ठ चिकित्सक ने बताया कि ओपीडी में दिखाने वाले कुल मरीजों में सर्वाधिक संख्या मुंह व गले के कैंसर के मरीजों की रहती है। दूसरे स्थान पर ब्रेस्ट कैंसर, तीसरे पर सर्वाइकल और चौथे स्थान पर ब्लड कैंसर के मरीजों की संख्या रहती है। इसमें खाने की नली व बड़ी आंत के कैंसर के मरीज रहते हैं। फेफड़े, मुंह व गले का 90 फीसदी कैंसर तंबाकू के सेवन करने की वजह से होता है।
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उन्होंने बताया पुरुषों में सर्वाधिक मुंह व गले का Cancer पाया जा रहा है। इसके बाद फेफड़े का, बड़ी आंत व खाने की थैली का कैंसर हो रहा है। वहीं, महिलाओं में सर्वाधिक ब्रेस्ट और उसके बाद सर्वाइकल और मुंह व गले , खाने की नली, पित्त की थैली का Cancer पाया है।
डॉ बताया कि तंबाकू का किसी रूप में सेवन कैंसर कारक है, इससे बचना चाहिए। युवकों में धूम्रपान की वजह से तो युवतियों में तंबाकू चबाकर खाने की वजह से मुंह व गले का कैंसर अधिक हो रहा है। ओंकोलॉजिस्ट का कहना है कि शुरुआती स्टेज पर Cancer का इलाज शुरू होने पर बेहतर परिणाम मिलते हैं। इसके लिए जागरूकता बहुत जरूरी है।
ये हैं कैंसर के लक्षण
- खाना निगलने में परेशानी होना,
- मुंह में बार-बार छाले होना,
- खाना अटकना,
- पेशाब की आदत में बदलाव,
- पेशाब रुक-रुक कर आना,
- अनियमित रक्तस्राव,
- अधिक थकावट लगना,
- लंबे समय तक खांसी रहना और खांसने पर खून आना,
- महिलाओं में गंदे पानी की शिकायत,
- अपच, पेट का फूलना और बच्चों में बुखार लंबे समय तक रहना,
- शरीर में गिल्टियां होना,
- वजन कम होना,
- भूख न लगना शुरुआती लक्षण हैं। इन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
इन बातों का ध्यान रखें
- जीवनशैली को व्यवस्थित रखें।
- फाइबर वाला खाना व चोकर वाला आटा खाएं।
- तेल व चिकनाई से ज्यादा से ज्यादा बचें।
- प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें।
- युवतियां सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन 14 से 26 वर्ष की उम्र में जरूर लगवाएं।
- 40 वर्ष की उम्र के बाद स्क्रीनिंग कराते रहना चाहिए।
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