खेतों के लिए पराली के संजीवनी होने और प्रशासन के इससे खाद बनवाने की पहल करने के बाद भी किसान इस ओर जागरूक नहीं हो रहे हैं। बुधवार को पराली जलाने के मामले में 16 लोगों पर रिपोर्ट दर्ज की गई है।
शाहपुर पवार के लेखपाल हरिशंकर वर्मा ने बताया कि बेरिया नजीरपुर के मजरा करियनपुरवा निवासी शिवकुमार, अनिल कुमार, हाकिम सिंह, रामविलास, बनवारी, जमुना प्रसाद, शिवसहाय, नन्हीं देवी, कृष्णा देवी और कमलेश्वरी के खेतों में पराली जलाई गई है।
इसके अलावा शाहपुर पवार के मजरा बीचपुरवा निवासी रामप्रसाद, मोहनलाल, रामअवतार और शाहपुर निवासी सुशीला देवी व उन्नाव जनपद के बांगरमऊ थाना क्षेत्र के ग्राम गहरपुर सिरधरपुरवा निवासी चेतना ने भी खेतों में पराली जलाई थी। सभी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।
एसडीएम सवायजपुर दीपक वर्मा ने बताया कि बुधवार को क्षेत्र के गांव निकारी, ढिघासर, महितापुर में एक दर्जन स्थानों पर धान की पराली जलती मिली। पराली जलाने से रोकने के लिए गठित टीम में शामिल दो लेखपालों लवकुश और गौरव यादव को लापरवाही पर विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है।
राजस्व निरीक्षक राजेंद्र त्रिवेदी का एक दिन का वेतन काटने की संस्तुति की गई है। संबंधित ग्राम सचिव के विरुद्ध कार्रवाई के लिए डीपीआरओ को और सिपाहियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए सीओ हरपालपुर को लिखा गया है।
एसडीएम ने बिना स्ट्रारी पर धान की कटाई कर रहीं दो कंबाइन सील कर दी हैं। मिट्टी भरी ट्राली भी अभिलेख न दिखाने पर सीज कर दी गई है। जिन खेतों में पराली जलती मिली है, उन्हें चिह्नित कर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं।
एसडीएम ने लोनार कोतवाली क्षेत्र के ग्राम जिलगांव निवासी रामबहादुर पुत्र गुलजार के विरुद्ध मूंगफली की फसल के अवशेष जलाने के आरोप में एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही पांच हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है।