हरदोई :पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स की पहल सच का सामना न केवल पीड़ितों को मौके पर ही न्याय दिला रहा है, बल्कि गलत आरोपों से बचा भी रहा है। गुरुवार को सच का सामना में तीन मामलों की सुनवाई हुई, जिसमें दो मामलों में आरोप गलत पाए गए और एक में विवेचक को कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
एसपी अनुराग वत्स ने सच का सामना कार्यक्रम में देहात कोतवाली, कासिमपुर और हरपालपुर के तीन मामले सुने। देहात कोतवाली मामले के विवेचक सीओ सिटी विकास जायसवाल के साथ ही वादी और प्रतिवादी की बातों को एसपी ने सुना, जिसमें वादी कपिल सिंह के प्रतिवादी को रंजिशन फंसाने की बात सामने आई।
इसके बाद कासिमपुर मामले के विवेचक उपनिरीक्षक महेंद्र सिंह के सामने वादी पार्वती ने अपने खिलाफ गलत मुकदमा लिखाए जाने की बात कही थी। दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद उनका आरोप गलत पाया गया। वहीं हरपालपुर के वादी महेश यादव के मामले को सुनकर विवेचक उपनिरीक्षक नीरज बघेल को विवेचनात्मक कार्रवाई को निर्देशित किया गया।
जब वादी और प्रतिवादी दोनों आमने-सामने आकर अपना पक्ष रखते हैं और विवेचक अपनी जांच आख्या देता है उससे सच सामने आ जाता है:अनुराग वत्स
एसपी ने कहा कि जब वादी और प्रतिवादी दोनों आमने-सामने आकर अपना पक्ष रखते हैं और विवेचक अपनी जांच आख्या देता है उससे सच सामने आ जाता है और पीड़ित को न्याय मिलता है।