होमशिक्षा/रोजगारक्या है 'ग्लू ग्रांट' (Glue Grant) योजना व 'मेटा विश्‍वविद्यालय' (Meta University)अवधारण?

क्या है ‘ग्लू ग्रांट’ (Glue Grant) योजना व ‘मेटा विश्‍वविद्यालय’ (Meta University)अवधारण?

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चालीस केंद्रीय विश्वविद्यालय अकादमिक क्रेडिट बैंक व यूजी पाठ्यक्रमों में बहु-विषयक (multidisciplinary) को प्रोत्साहित करने के लिए ग्लू ग्रांट (Glue Grant) जैसे नवीन उपायों के कार्यान्वयन को शुरू करेंगे।

‘ग्लू ग्रांट’ (Glue Grant) योजना क्या है?

इस साल के बजट में घोषित ग्लू ग्रांट (Glue Grant) के तहत, उसी शहर के संस्थानों को संसाधनों, उपकरणों को साझा करने और यहां तक ​​कि अपने छात्रों को एक-दूसरे से कक्षाएं लेने की अनुमति देने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। यह बहु-विषयक के लिए पहला कदम है।

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हम इसे चालू शैक्षणिक वर्ष के दूसरे सेमेस्टर से शुरू करने का इरादा रखते हैं। अंततः, संकाय संयुक्त पाठ्यक्रम डिजाइन करने में सक्षम होंगे। इसका मतलब यह भी है कि संस्थानों को समान क्षमता विकसित करके डुप्लिकेट (एक ही प्रकार के) काम करने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन वे एक-दूसरे की विशेषज्ञता का निर्माण करने में सक्षम होंगे।

इसके अलावा पहले से ही एक मेटा यूनिवर्सिटी अवधारणा भी है।

मेटा विश्‍वविद्यालय(Meta University)

मेटा यूनिवर्सिटी (Meta University) का कॉन्सेप्ट यही है, जहां प्रोग्राम, एक्टिविटीज और इंस्टीट्यूशंस के तालमेल के जरिए स्टूडेंट्स को इंडस्ट्री व सोसायटी की जरूरत के मुताबिक तैयार किया जाता है। खास बात यह है कि यहां स्टूडेंट्स के पास एक डिग्री व कोर्स के उबाऊ दायरे से परे अपनी डिग्री को खुद डिजाइन करने के आजादी होती है। इंडस्ट्री की डिमांड के अनुसार स्किल्स बढ़ाने के लिए स्टूडेंट्स को एक ही कोर्स के तहत कई कॉलेजेज में पढ़ने का मौका मिलता है। इसमें प्रैक्टिकल वर्क पर फोकस किया जाता है।

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मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने दिल्‍ली में मेटा विश्‍वविद्यालय स्‍थापित करने की योजना बनाई थी। वर्ष 2011 के आस – पास से ही ,इसमें जामिया मिलिया संस्‍थान, दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय, जवाहरलरल नेहरू विश्‍वविद्यालय तथा भारतीय प्राद्यौगिकी संस्‍थान , नई दिल्‍ली भाग ले रहे हैं। मेटा विश्‍वविद्यालयों का मुख्‍य उद्देश्‍य नवीनतम प्रौद्योगिकी के इस्‍तेमाल से विभिन्‍न विश्‍वविद्यालयों द्वारा चलाए जा रहे पाठ्यक्रमों को साझा करना है जिससे छात्रों को लाभ पहुंचेगा।

सरकार, उच्‍च शैक्षिक संस्‍थानों के शैक्षिक मामलों में दखल नहीं देती ।मेटा विश्‍वविद्यालय द्वारा प्रस्‍तावित किए जाने पाठ्यक्रमों और क्षेत्रों की पहचान करने तथा आपस में सहयोग करने का निर्णय संस्‍थानों पर छोड़ दिया गया है। मेटा विश्‍वविद्यालय में जलवायु परिवर्तन, जन स्‍वास्‍थ्‍य और शिक्षा के क्षेत्रों में शिक्षा दी जाएगी।

शारीरिक रूप से उपस्थित हुए बगैर दूर रहकर शिक्षा ग्रहण करने, नवीन प्रक्रियाओं का लाभ उठाने तथा इसमें उपलबध लचीलेपन से मेटा विश्वविद्यालय दूसरी पीढ़ी के विश्‍वविद्यालयों को दर्शाता है। अत: इन संस्‍थानों की मौजूदा क्षमताओं तथा संसाधनों को इसमें इस्‍तेमाल किया जाने का प्रावधान रहा है तथा इसके लिए (मेटा विश्वविद्यालय के तहत) कोई अलग से वित्‍तीय सहायता देने का प्रस्‍ताव नहीं था।

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