होमहरदोईभाजपा में बगावत, पूर्व MLA सतीश वर्मा ने बसपा से ठोकी ताल

भाजपा में बगावत, पूर्व MLA सतीश वर्मा ने बसपा से ठोकी ताल

हरदोई : उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे वैसे दल- बदल का खेल तेज हो गया है। दूसरे दल के मजबूत नेताओं को तोड़ने-फोड़ने का काम जारी है। ऐसा पहली बार नहीं हो रहा, हर चुनाव से पहले एक पार्टी के नेता दूसरी पार्टी में चले जाते हैं।

इस बीच उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में टिकट वितरण के बाद उपजे असंतोष के बीच हो रही बगावत ने भाजपा की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बीजेपी के सामने अब इस असंतोष से निपटने की बड़ी चुनौती है। इसको लेकर भाजपा थिंक टैंक से लेकर पुराने लोगों ने सबको साथ बनाए रखने की कोशिशें तेज कर दी हैं। 

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भाजपा ने जिले की सभी 8 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। जिसमें सिर्फ दो स्थानों पर परिवर्तन किया है, शेष सभी 6 सीटों पर सीटिंग विधायक हैं। भाजपा की टिकट सूची जारी होने के बाद जिन दावेदारों को टिकट नहीं मिल पाया उनमें से कुछ लोगों और उनके समर्थकों के बीच एक असंतोष की बात सामने आई है।

जिसके बाद भाजपा ने रूठों को मनाने का प्रयास शुरू तो किया मगर भाजपा की पूर्व सांसद एवं  राष्ट्रीय अनुसूचित जाति-जन जाति आयोग की सदस्य अंजू बाला के पति पूर्व विधायक सतीश वर्मा ने बागी तेवर दिखाते हुए बसपा से बिलग्राम विधानसभा क्षेत्र से ताल ठोक दी है।

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इसी तरह हरदोई सदर सीट पर बीजेपी से गत चुनाव में प्रत्याशी रहे राजा बक्स सिंह खुलकर असंतोष व्यक्त कर चुके हैं और लगातार सदर सीट से घोषित प्रत्याशी के खिलाफ नाराजगी और विरोध जताया है। राजा बक्स सिंह का यह विरोध पूरी तरह से बगावत सा लग रहा है। उनके द्वारा किसी न किसी रूप से सदर सीट से चुनाव में ताल ठोक जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है । 

शाहाबाद सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी रहे वरिष्ठ नेता अखिलेश पाठक के खेमे में भी टिकट न मिलने से गहरी नाराजगी है। हालांकि अखिलेश पाठक ने इस बारे में कुछ नहीं कहा है मगर उनके समर्थकों की ओर चुनाव लड़ने का दबाव बनाए जाने की चर्चाएं है।  

संडीला विधानसभा क्षेत्र में सिटिंग विधायक राजकुमार अग्रवाल का टिकट कट जाने से उनके समर्थकों में भी असंतोष है। इसके अलावा कुछ और स्थानों पर भी इसी तरह के असंतोष के स्वर महसूस किए गए। इस तरह अंसतोष के बीच शुरू हो चुकी बगावत के बाद भाजपा के लिए बगावत और भितरघात को रोकना बड़ी चुनौती हो सकता है।

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