होमहरदोईप्रत्येक माह 10 आंगनबाड़ी केन्द्रों को मॉडल बनाये: ज़िला कार्यक्रम अधिकारी

प्रत्येक माह 10 आंगनबाड़ी केन्द्रों को मॉडल बनाये: ज़िला कार्यक्रम अधिकारी

spot_img

हरदोई : ज़िला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा आज विकासखंड बावन के आंगनबाड़ी केंद्र अनंगबेहटा एवं तत्यौरा का निरीक्षण किया । दोनों केंद्र मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र के रूप में चयनित किए गए हैं । इसलिए दोनों पर मिशन कायाकल्प के अंतर्गत रंगाई-पुताई बाल चित्रण टाइल्स लगाने शौचालय एवं विद्युतीकरण इत्यादि की सभी सुविधाएँ पूर्ण है।

ग्राम पंचायत के द्वारा इन केंद्रों पर बच्चों के बैठने के लिए कुर्सी मेज शैक्षणिक सामग्री एवं खिलौने भी उपलब्ध कराए गए हैं । किंतु दोनों ही केंद्रों की खिड़कियाँ अत्यंत जर्जर अवस्था में थी इसलिए संबंधित ग्राम पंचायत अधिकारी को खिड़कियों की मरम्मत शीघ्र कराने के निर्देश दिए गए। दोनों ही केंद्र अत्यंत सुसज्जित है जिससे बच्चे इनकी ओर आकर्षित हो रहे हैं और बच्चों की उपस्थिति अच्छी ख़ासी है ।

पर्यवेक्षिका सारिका सिंह एवं किरण कुमारी के मार्ग निर्देशन में कार्यकर्ता सुधा शर्मा एवं रेनू सिंह के द्वारा बच्चों के मनोवैज्ञानिक एवं शारीरिक विकास के लिए अत्यंत सुंदर सुंदर टीचिंग एवं लरनिंग मैटीरियल भी बनाए गए हैं । इनमें माचिस की तीलियों से बनायी गई आकृतियां ,मिट्टी से बनाए गए खिलौने एवं रंगीन काग़ज़ एवं चार्ट पेपर से बनायी गई गिनती सप्ताह के दिन एवं अक्षर अत्यंत सुंदर हैं और बच्चों को आकर्षित कर रहे हैं ।

ads e1652526414682

आज अन्नप्राशन दिवस होने के कारण दोनों ही केंद्रों पर बच्चों का अन्नप्राशन भी कराया गया आंगनवाड़ी केंद्र अनंग बेहटा पर छह माह की बच्ची अदीबा पुत्री चाँद ख़ाँ एवं केंद्र तत्यौरा पर छह माह के बच्चे शोभित पुत्र लेखराज का अन्नप्राशन संस्कार जिला कार्यक्रम अधिकारी ने अपने हाथों से किया । दोनों केंद्रों पर बड़ी संख्या में महिलाएँ उपस्थित थी ।

जिला कार्यक्रम अधिकारी ने उपस्थित महिलाओं को अन्नप्राशन संस्कार का महत्व समझाया और उन्हें बताया कि छह माह के बाद प्रत्येक बच्चे को ऊपरी आहार देने की शुरुआत कर देनी चाहिए और प्रतिदिन सही मात्रा में यह आहार देना चाहिए जिससे बच्चे की बढ़ती हुई शारीरिक और मानसिक आवश्यकता को पूरा किया जा सके।

उन्होंने उपस्थित महिलाओं से यह अनुरोध भी किया कि वह केवल राशन लेने के उद्देश्य से आंगनबाड़ी केंद्र पर अपने बच्चों को न भेजें और स्वयं भी केवल राशन वितरण वाले दिवस पर ही केंद्र पर आने की बजाय केंद्र पर आयोजित होने वाली सभी गतिविधियों में उत्साहपूर्वक भाग ले ,और नियमित रूप से टीकाकरण भी करवाने आए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा बच्चों की देखभाल ,गर्भवती महिला की देखभाल ,बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास और टीकाकरण संबंधी जो भी जानकारी दी जाएगी वह उसका लाभ उठा सकेंगी ।

उन्होंने सभी माताओं से यह अनुरोध किया कि प्रतिदिन अपने बच्चों को केंद्र पर भेजें इससे बच्चों में स्कूल जाने की प्रकृति बढ़ेगी और वह खेल खेल में ही अक्षर ,संख्याओं और अपने आस पास की वस्तुओं के बारे में उसकी जानकारी और सीखने की प्रवृत्ति बढ़ेगी । दोनों ही आंगनबाड़ी केंद्रों पर सभी पंजिकाएँ अद्यतन और पूर्ण पाई गई ।

उन्होंने दोनों आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मन लगाकर लगन से कार्य करने के भी निर्देश दिये और पाई गई छोटी मोटी कमियों को शीघ्र सुधार लेने का निर्देश दिया ।यह उल्लेखनीय है कि जनपद के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यकर्ताओं को टीचिंग एवम् लर्निंग मटीरियल बनाने एवं नए प्रारूप पर नवीन पंजिकाएँ के संबंध में एक दिवसीय प्रशिक्षण गत माह दिया गया है और सभी पर्यवेक्षकों को यह निर्देशित किया गया है

वह 30 मई तक सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर विभिन्न प्रकार के टीएलएम निर्मित करवाए और नवीन प्रारूप पर केंद्र की सभी पंजिकाओं निर्मित और अद्यतन करवाएं । प्रत्येक सुपरवाईजर को प्रत्येक माह 10 आंगनबाड़ी केन्द्रों को मॉडल बनाने की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। इसका मुख्य उद्देश्य आंगनवाड़ी केंद्र की शिक्षा को और अधिक आकर्षक और रोचक बनाना है जिससे केंद्रों पर बच्चों की उपस्थिति बढ़ायी जा सके ।

spot_img
- Advertisment -

ताज़ा ख़बरें