होमहरदोईनारी समाज की धुरी एवम संस्कृति की है रक्षक: संतोष अस्थाना

नारी समाज की धुरी एवम संस्कृति की है रक्षक: संतोष अस्थाना

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पिहानी :हरदोई : गायत्री प्रज्ञा पीठ पर चल रहे नवरात्र में छठे दिवस पर वक्ताओं ने नारी जागरण के संबंध में विचार व्यक्त किए। अतिथियों का सम्मान गुरुदेव के साहित्य, व पुष्प वर्षा के साथ हुआ।

मुख्य अतिथि संतोष अस्थाना ने कहा कि नारी ही समाज की धुरी एवं संस्कृति की रक्षक है। महिलाओं को ऊंचा उठाए बगैर देश एवं दुनिया को आगे बढ़ाना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि नारी में उद्यमशीलता के साथ आध्यात्मिक जागृति आती है तो दुनिया में नवचेना जागृत होती है।

विशिष्ट अतिथि ऋतु ने कहा कि महिलाएं अगर अपने अधिकार के प्रति सचेत होकर सशक्तीकरण में जुट जाएं तो समाज मजबूत हो जाएगा। नारी का समाज के हर क्षेत्र में योगदान है। उसका सम्मान करना हम सभी का दायित्व है। कहाकि बेहतर स्थिति बनाने के लिए हमें आध्यात्मिकता की सुरक्षित छाया में आना होगा। उन्होंने कहा कि कहीं-कही नारी का तिरस्कार हो रहा है। लोग महिलाओं पर अत्याचार करने से भी नहीं चूकते हैं। युगों से नारी प्रताड़ित हो रही है। इसीलिए नारियों को शिक्षित जागृत होकर अपने को सुरक्षित रखना है।

विशेष आमंत्रित अतिथि के रूप में मंच पर मौजूद आलोक अस्थाना ने नारियों को स्वावलंबन के लिए प्रेरित किया तथा कहा कि अनेक सरकारी योजनाएं विकासखंड स्तर पर चलाई जा रही हैं। उनमें महिलाओं को सहभागिता करनी चाहिए। गायत्री परिवार की ओर से मुकेश सिंह ने आभार व्यक्त किया। राखी, नीलम शर्मा, सुनीता, साधना आदि ने भक्ति गीत गाये।

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