लखनऊ: यूपी विधानसभा में सीटों के लिहाज से कांग्रेस अपने सबसे खराब दौर में जरूर है, पर इसमें सुधार के लिए उसने अभी से तैयारियां प्रारंभ कर दी हैं। पार्टी ने अपने करीब 46 नेताओं को विधानसभा क्षेत्र में उतरने का संकेत दे दिया है। उन्हें क्षेत्रों के नाम भी बता दिए गए हैं। साथ ही कहा गया है कि वे फील्ड में जाकर पूरी तैयारी से जुटें।
2017 के चुनाव में कांग्रेस के खाते में सिर्फ 7 सीटें आई थीं। इनमें से भी रायबरेली से चुने गए उसके दो विधायक बागी हो गए हैं। इस तरह से विधानसभा के अंदर कांग्रेस पार्टी की आवाज उठाने वाले सिर्फ 5 सदस्य ही हैं। इस स्थिति को बदलने के लिए पार्टी लगातार जनता से जुड़े मुद्दों पर किसी न किसी रूप में लगातार संघर्ष कर रही है।
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अभी विधानसभा चुनाव की डुगडुगी बजने में करीब 6 माह का समय शेष है, लेकिन कांग्रेस ने अपने करीब 46 लोगों को चुनाव मैदान में उतरने के लिए कह दिया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, वाराणसी के पिंडरा विधानसभा क्षेत्र से अजय राय को तैयारी करने के लिए कहा गया है। इसी तरह से इलाहाबाद उत्तरी सीट से अनुग्रह नारायण सिंह को जोर-आजमाइश करने के लिए बोला गया है। महाराजगंज की फरेंदा सीट से वीरेंद्र चौधरी और शामली से पंकज मलिक को हरी झंडी दे दी गई है। मुजफ्फरनगर की पुरकाजी सीट से दीपक कुमार को सिग्नल मिला है।
सहारनपुर, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, चमरौआ व बिलासपुर (रामपुर) और फतेहपुर समेत काफी सीटों पर भी संबंधित नेताओं को इशारा कर दिया गया है। रायबरेली के बागी विधायक राकेश सिंह और अदिति सिंह के स्थान पर भी मजबूत उम्मीदवारों को तलाशा जा रहा है।
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वहीं, शेष पांचों विधायक अपनी-अपनी सीटों से पर पुन: भाग्य आजमाएंगे। पार्टी हाईकमान ने अपनी इस रणनीति को सार्वजनिक न करने का निर्देश दिया है। इसलिए कोई भी नेता इस संबंध में आधिकारिक बयान नहीं दे रहा है।