Homeदेशकितना आलीशान होगा नया संसद भवन

कितना आलीशान होगा नया संसद भवन

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 पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों गुरुवार को संसद भवन की नई इमारत के शिलान्यास के साथ निर्माण कार्य भी शुरू हो गया। आजादी के 75वें साल यानी 2022 में आधुनिक तकनीक और सुविधा से लैस नए भवन में संसद के दोनों सदनों की बैठकें होंगी। इसके साथ ही संसद का पुराना भवन प्राचीन धरोहर का हिस्सा बन जाएगा। नई इमारत में हर सांसद का अपना कार्यालय होगा। नया संसद भवन अगले सौ साल की जरूरतों को पूरा करेगा। नए संसद भवन को कुछ ऐसे बनाया जा रहा है कि भविष्य में सांसदों की संख्या बढ़ने पर भी कोई परेशानी नहीं होगी। पुराने संसद भवन की तुलना में नए संसद भवन में ज्यादा कमेटी रूम और पार्टी ऑफिस होंगे।


नई संसद भवन के निर्माण से जोड़े गए 200 शिल्पकार और कलाकारों के संगठन


नई संसद में देश की विरासत, इतिहास और विविधता को दर्शाने के लिए देश के करीब 200 शिल्पकार और कलाकारों के संगठनों को भी जोड़ा गया है। नए भवन की ऊंचाई संसद के मौजूदा भवन के बराबर होगी। इसमें एक बेसमेंट सहित तीन फ्लोर होंगे। नया संसद भवन 64,500 वर्गमीटर क्षेत्र में बनाया जाएगा। नई इमारत पुरानी से करीब 17,000 वर्गमीटर ज्यादा बड़ी होगी। नए संसद में लोकसभा का आकार मौजूदा से तीन गुना ज्यादा होगा। नए भवन की साज-सज्जा में भारतीय संस्कृति, शिल्प और वास्तुकला, क्षेत्रीय कला की विविधता का मिलाजुला रूप होगा। डिजाइन योजना में केंद्रीय संवैधानिक गैलरी को स्थान दिया गया है। जिसे आम लोग देख सकेंगे। । सोलर सिस्टम से 30% ऊर्जा की बचत भी होगी।


अंडरग्राउंड टनल से जुड़ेगा सांसदों का दफ्तर


पिछले दिनों नए संसद को लेकर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सांसदों के कार्यालय कक्ष में सांसद के साथ उनके निजी सहायक के बैठने की भी व्यवस्था होगी। इस भवन को अंडरग्राउंड टनल के जरिये नए संसद भवन से जोड़ा जाएगा।


नए संसद भवन के निर्माण के दौरान वायु और ध्वनि प्रदूषण पर रोक लगाने कई कदम उठाए गए हैं। इसमें सभी सांसदों के लिए अलग-अलग कार्यालय होंगे। उनके कार्यालयों को पेपरलेस ऑफिस बनाने के लिए नवीनतम डिजिटल इंटरफेस से लैस किया जाएगा। नई इमारत में एक भव्य संविधान हॉल, संसद सदस्यों के लिए एक लाउंज, एक पुस्तकालय, समिति कक्ष, भोजन क्षेत्र और पर्याप्त पार्किंग स्थान भी होगा।


जानें क्या होगी नए संसद भवन  की खासियत 

971 करोड़ रुपये खर्च होंगे नए संसद के निर्माण पर

64,500 वर्ग मीटर में फैला होगा नया संसद भवन जो पुरानी sansad से 17 हजार वर्गमीटर बड़ा होगा 

देश की प्रतिष्ठित कंपनी टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड कर रही है भवन का निर्माण

एचसीपी डिजाइन प्लानिंग एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने इसके डिजाइन को तैयार किया है

तीन मंजिला होगा नया संसद, 1224 सदस्यों के बैठने की होगी व्यवस्था

2022 अक्टूबर में पूरा होगा भवन का निर्माण

नवंबर-दिसंबर 2022 से संसद के दोनों सदनों की बैठकें नए भवन में होंगी

लोकसभा कक्ष में 888 सदस्यों के बैठने की होगी व्यवस्था 

राज्यसभा कक्ष में 326 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी

हर सांसद को मिलेगा 40 वर्गमीटर का दफ्तर 

मौजूदा संसद भवन का निर्माण ब्रिटिश शासनकाल में हुआ


देश के मौजूदा संसद भवन का निर्माण ब्रिटिश शासनकाल में हुआ था। इसकी नींव 12 फरवरी, 1921 को रखी गई थी। भवन का निर्माण 83 लाख रुपये की लागत से छह साल में हुआ था। 18 जनवरी, 1927 को तत्कालीन गवर्नर जनरल लॉर्ड इरविन ने संसद भवन का उद्घाटन किया था। इस भवन की डिजाइनिंग एडविन लुटियंस और हर्बर्ट बेकर ने की थी। ब्रिटिश सरकार ने इन्हें नई दिल्ली के नियोजन और निर्माण की भी जिम्मेदारी सौंपी थी।

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