होमदेशकिसान आंदोलन: राकेश टिकैत का बड़ा बयान 'किसानों संगठनों में फूट नहीं

किसान आंदोलन: राकेश टिकैत का बड़ा बयान ‘किसानों संगठनों में फूट नहीं

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तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को लेकर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के किसानों का धरना-प्रदर्शन सोमवार को 19वें दिन प्रवेश कर गया। इस बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव समेत कई नेताओं के इस्तीफे पर राकेश टिकैत ने सफाई में कहा है कि उन्होंने अपने नेताओं द्वारा समझौता करने से नाराज होने पर इस्तीफा दिया है। किसानों में किसी तरह की कोई फूट नहीं है।

आंदोलन की अगली कड़ी की जानकारी देते हुए रविवार को ही किसान नेताओं ने कहा था कि सोमवार को पूरे देश में किसान भाजपा नेताओं के घरों के बाहर धरना-प्रदर्शन करेंगे। जिला मुख्यालयों पर भी प्रदर्शन करके ज्ञापन सौंपा जाएगा और धरनास्थल पर किसान नेता एक दिन का अनशन करेंगे। 

कृषि कानूनों को रद कराने की मांग को लेकर कुंडली बार्डर पर किसान 18 दिन से धरना देकर बैठे हैं। रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए किसान नेताओं ने कहा कि अब तक सरकार की ओर से पांच संशोधन और एमएसपी की गारंटी देने का प्रस्ताव आया है, जिसे किसान खारिज कर चुके हैं। वे तीनों कानूनों को रद कराना चाहते हैं और अगर सरकार इसको लेकर कोई नया प्रस्ताव देती है, तो विचार के बाद बातचीत हो सकती है। किसानों ने बातचीत का रास्ता बंद नहीं किया है। किसानों ने तय किया है कि सर्वसम्मति के बिना कोई भी किसान नेता नये आंदोलन का एलान नहीं करेगा।

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