लखनऊ। पीजीआई थाना में तैनात महिला सिपाही सरिता निषाद (26) रविवार दोपहर किसी से वीडियो कॉल पर बात कर रही थी। इसी दौरान उसने अपनी कलाई की नस तीन बार काट ली। फिर दुपट्टे का फंदा बनाकर पंखे के कुंडे से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।
दूसरे कमरे में रहने वाली अन्य महिला सिपाहियों ने उसे बुलाया लेकिन दरवाजा नहीं खुला तो खिड़की से झांककर देखा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने महिला सिपाही के मोबाइल को कब्जे में लेकर फॉरेंसिक लैब भेजा है। शुरूआती पड़ताल में मोबाइल पर अंतिम बार वीडियो कॉल की पुष्टि हुई है।
प्रभारी निरीक्षक पीजीआई धर्मपाल सिंह के मुताबिक, मूलरूप से फतेहाबाद आगरा के कृष्णपुरा भरापुर निवासी सुरेंद्र चंद्र की बेटी सरिता महिला आरक्षी है। उसका चयन 2021 में हुआ था। अंडर ट्रेनिंग महिला सिपाही सरिता की 11 जनवरी 2022 से थाना पीजीआई पर तैनात हुई थी। तैनाती के बाद उसने कल्ली पश्चिम में अन्य महिला आरक्षियों के साथ मिलकर किराये पर कमरा लिया था।
रविवार को उसके साथ रहने वाली महिला सिपाही उसे ड्यूटी पर जाने के बारे में पूछने के लिए कमरे का दरवाजा खटखटा रही थी। दरवाजा नहीं खुला, तो खिड़की से झांककर देखा। अंदर सरिता का शव पंखे से लटका मिला।
वीडियो कॉल के दौरान तीन बार काटी नस
महिला सिपाही की पीजीआई थाने में पहली पोस्टिंग थी। वह 10 दिन से छुट्टी पर घर गई थी। शनिवार शाम ही वह लौटी थी। सोमवार को उसे ड्यूटी ज्वाइन करनी थी। रविवार को उसने अपने कमरे के अंदर किसी से वीडियो कॉल करते हुए पहले ब्लेड से अपने हाथ की नस को तीन बार काटा। उसके बाद अपने दुपट्टे का फंदा बनाकर पंखे से लटककर फांसी लगा ली। पुलिस का कहना है कि कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस आत्महत्या के कारणों की पड़ताल कर रही है।
- यह भी पढ़ें :
- हरदोई : सरकारी जमीन पर मकान बनाने वाले को नोटिस
- हरदोई में दर्दनाक सड़क हादसा: पिकअप व इनोवा में जोरदार भिड़ंत, 2 की मौत