हरदोई/अहिरोरी: उप जिलाधिकारी सदर दीक्षा जैन ने बताया है कि प्रभारी अधीक्षक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अहिरोरी के साथ हेल्थ केयर जाँच केंद्र एंड अल्ट्रसाउंड सेंटर का औचक निरीक्षण किया गया। एसएचओ कछौना द्वारा जाँच में सहयोग किया गया। मौक़े पर कोई डॉक्टर नहीं मिला।
एक व्यक्ति जो अपने आप को डॉक्टर बता रहा था व अल्ट्रसाउंड करता हुआ पाया गया उसकी आईडी चेक करने पर कोई अन्य व्यक्ति निकला। उसने क़बूल किया कि वह सेलरी पर काम करता है और डॉक्टर लखनऊ में रहते हैं। अभिलेखों की जाँच में प्रथम दृष्टया सामने आया कि जो गर्भवती महिलाओं की अल्ट्रसाउंड रिपोर्ट सीएमओ ऑफ़िस भेजी जाती हैं उनमें मात्र 12-15 मरीज प्रति माह दिखाए जाते हैं जबकि प्रतिदिन 8-10 गर्भवती महिलाओं की अल्ट्रसाउंड जाँच की जा रही है।
निरीक्षण के दौरान ही 8 गर्भवती महिलाएँ जाँच के लिए आयी हुई मिली। उप जिलाधिकारी ने बताया कि यह पीसीपीएनडीटी ऐक्ट (पूर्व गर्भाधान और प्रसव पूर्व निदान तकनीक) का घोर उल्लंघन है। अपने आप को डॉक्टर बताकर लोगों को धोखा देने के साथ साथ पीसीपीएनडीटी से संबंधित क्राइम होने की सम्भावना है।
केंद्र को सील किया गया व विस्तृत जाँच कि लिए अभिलेखों को सीज़ कर दिया गया हैः-दीक्षा जैन
मौक़े पर केंद्र को सील किया गया व विस्तृत जाँच कि लिए अभिलेखों को सीज़ कर दिया गया है। आगे जाँच रिपोर्ट फ़ाइल करके नियमानुसार कार्यवाही अमल में लायी जाएगी।