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केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानून को वापस लिया

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दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एक बार फिर राष्ट्र को संबोधित किया। कोरोना काल में पीएम मोदी का यह 11वां संबोधन रहा। पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत गुरुनानक देव की जयंती से की। उन्होंने देशवासियों को प्रकाशपर्व की शुभकामनाएं दीं। इस दौरान पीएम मोदी ने नए तीनों कृषि कानून को वापस लेने का एलान किया।

पीएम मोदी ने कहा कि हमारी तपस्या में ही कोई कमी रह गई होगी, जिस कारण मैं किसान भाइयों को समझा नहीं पाया। नए कृषि कानून के खिलाफ जो विरोध हो रहा है उसे देखते हुए आंदोलनकारी किसानों से घर लौटने का आग्रह करता हूं और तीनों कृषि कानून वापस लेता हूं। उन्होंने कहा कि इस महीने के अंत में संसद सत्र शुरू होने जा रहा है उसमें तीनों कृषि कानून को वापस लिया जाएगा। पीएम मोदी ने कहा कि जो कर रहा हूं देश के लिए कर रहा हूं। 

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फसल बीमा योजना को बनाया प्रभावी 
हमनें फसल बीमा योजना को अधिक प्रभावी बनाया, उसके दायरे में ज्यादाा किसानों को लाए। किसानों को ज्यादा मुआवजा मिल सके, इसके लिए पुराने नियम बदले। इस कारण बीते चार सालों में एक लाख करोड़ से ज्यादा का मुआवजा किसान भाईयों के मिला है। किसानों को उनकी उपज के बदले सही कदम मिले इसके लिए कदम उठाए गए। हमने एमएसपी बढ़ाई साथ ही साथ रिकॉर्ड सरकारी केंद्र भी बनाए। हमारी सरकार के द्वारा की गई खरीद ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए। हमने किसानों को कहीं पर भी अपनी उपज बेचने का प्लेटफॉर्म दिया। 

कृषि विकास, किसान कल्याण सर्वोच्च प्राथमिकता 
पीएम मोदी ने कहा कि हमनें किसान को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। इस सच्चाई से लोग अंजान हैं कि ज्यादा किसान छोटे किसान हैं। इनके पास दो हेक्टेयर से कम जमीन है। इन छोटे किसानों की संख्या 10 करोड़ से ज्यादा है। छोटी सी जमीन के सहारे ही वह अपना और अपने परिवार का गुजारा करते हैं। पीढ़ी दर पीढ़ी परिवारों में होने वाला बंटवारा जमीन को और छोटा कर रहा है। इसलिए हमने बीज, बीमा, बाजार और बचत इन सभी पर चौतरफा काम किया है।

गुरुनानाक जी का प्रकाश पर्व है

मैं विश्व भर में सभी लोगों को सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई देता हूं। यह भी सुखद है कि डेढ़ साल के बाद करतारपुर कारिडोर फिर से खुल गया है। गुरु नानक जी ने कहा है कि संसार में सेवा में सेवा का मार्ग अपनाने से ही जीवन सफल होता है। हमारी सरकार इसी सेवा भावना के साथ देशवासियों का जीवन आसान बनाने में जुटी है। न जानें कितनी पीढ़ियां, जिन सपनों को सच होते देखना चाहती थीं। भारत आज उन सपनों को पूरा करने का प्रयास कर रहा है। 

पीएम का राष्ट्र के नाम संबोधन: मेरी अपील है किसान खेतों में वापस लौट जाएं, हम तीनों कृषि कानून बिल वापस ले रहे हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्र के नाम संदेश दे रहे हैं। कोरोना काल में यह उनका 11वां संबोधन है। इससे पहले उन्होंने 100 करोड़ वैक्सीन डोज लगने पर देश को संबोधित किया था। 

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