Waynad Landslide: केरल के वायनाड ज़िले में मंगलवार को भूस्खलन के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 123 हो गई है। इस आपदा में 90 लोग अब भी लापता हैं और 131 लोग अस्पताल में भर्ती हैं।
सोमवार और मंगलवार की दरम्यानी रात एक से चार बजे के बीच चूरालमाला और मुंडाक्कई इलाकों में तीन भूस्खलनों ने भारी तबाही मचाई। मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि भूस्खलन के कारण मरने वालों की संख्या अब 123 हो गई है। उन्होंने यह भी बताया कि सूरज ढलने के बाद भी सेना, नौसेना, वायुसेना, एनडीआरएफ़ और दमकल कर्मियों की मदद से बचाव अभियान जारी है।
अधिकारी ने बताया कि भूस्खलन (Waynad Landslide) से प्रभावित इलाकों में मूसलधार बारिश जारी है, लेकिन बचाव कार्य लगातार चल रहा है। मुंडाक्कई एक छोटा सा कस्बा है, जहाँ असम और पश्चिम बंगाल के लोग बड़ी संख्या में काम करते हैं।
एनडीआरएफ़ और दमकल कर्मियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती चूरालमाला और मुंडाक्कई के बीच पुल का बह जाना है। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने सेना से भूस्खलन प्रभावित दो अहम जगहों पर अस्थायी पुल बनाने के लिए मदद मांगी है। हालांकि, सेना के वहां पहुँचने से पहले ही एनडीआरएफ़ ने रस्सियों के सहारे शवों को बाहर निकाला और घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
चूरालमाला और मुंडाक्कई में बचाव कार्य के दौरान कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने मल्लपुरम के निलांबुर वन क्षेत्र और चलियार नदी में इंसानी शरीर के कुछ हिस्से तैरते हुए देखे हैं। अधिकारियों ने पुष्टि की है कि इस इलाके में कम से कम 30 शव मिले हैं। वन मंत्री एके शशीधरण ने बीबीसी हिंदी को बताया कि एनडीआरएफ़ की टीमें रस्सियों के माध्यम से बचाव कार्य कर रही हैं, जिससे थोड़ा अधिक समय लग रहा है। सेना की टीम ने भी काम करना शुरू कर दिया है।
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान 250 से अधिक लोगों को बचाया गया है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि भूस्खलन (Waynad Landslide) की घटना मंगलवार तड़के दो से तीन बजे के बीच हुई।
मंगलवार को वायनाड में भूस्खलन (Waynad Landslide) पर चर्चा संसद में भी हुई। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने राहत बचाव कार्य को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी बात की। राज्य के मुख्य सचिव डॉ. वी वेणु ने एक न्यूज़ एजेंसी को बताया कि कई लोग अब भी लापता हैं और मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। एक क्षेत्र पूरी तरह अलग-थलग है और वहां पहुंचना मुश्किल हो रहा है। एनडीआरएफ और सेना की टीमें भी मौके पर मौजूद हैं और अन्य महकमों से भी मदद की पेशकश आ रही है।
भूस्खलन के बाद बड़ी संख्या में लोगों के फँसे होने की आशंका जताई गई थी। एनडीआरएफ, कन्नूर डिफेंस सिक्योरिटी कोर और एयर फोर्स के हेलिकॉप्टर बचाव कार्य में लगे रहे, लेकिन बारिश के कारण बचाव कार्य में मुश्किलें आ रही हैं।
मुख्यमंत्री विजयन ने सेना से अस्थायी पुल बनाने में मदद की गुहार लगाई है। केरल में हाल के दिनों में कई जगहों पर भारी बारिश हुई है, जिनमें मुंडाक्कई, अट्टामाला और कुंहोम इलाके शामिल हैं।
Waynad Landslide: प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री विजयन से की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूस्खलन (Waynad Landslide) में मारे गए लोगों के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है और पिनाराई विजयन से भी बात की है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि मारे गए लोगों के परिवारों को दो-दो लाख रुपए और घायलों को 50 हज़ार रुपए दिए जाएंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस घटना पर दुख जताया और रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता की कामना की।
पीएम मोदी ने केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद मुहैया कराने की बात की है। केरल सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं और आपदा प्रबंधन विभाग ने 30 जुलाई को वायनाड, कोझीकोड, मल्लापुरम, कन्नूर में रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने इन इलाकों में 24 घंटे में 204 एमएम बारिश की संभावना जताई है।
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने दुःख जताया
वायनाड से सांसद रहे राहुल गांधी ने भी भूस्खलन (Waynad Landslide) की घटना पर दुख व्यक्त किया है और राहत कार्य में मदद की पेशकश की है। प्रियंका गांधी ने भी इस हादसे पर दुख जताया है।
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