हरदोई। छात्र राजनीति से लेकर सेवादल अध्यक्ष तक कांग्रेस के साथ 20 साल तक राजनीतिक सफर जारी रखने वाले शशिभूषण शुक्ल उर्फ शोले ने आखिरकार हाथ का साथ छोड़ ही दिया । शुक्रवार को उन्होंने सेवादल अध्यक्ष पद व पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्याग पत्र दे दिया। इसके पीछे उन्होंने कारण पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की उपेक्षा बताया है।
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शहर के वैटगंज निवासी शशि भूषण शुक्ल उर्फ शोले ने 1998 में एनएसयूआई में जिलाध्यक्ष बनाए गए। उन्होंने इस पद का दायित्व 2002 तक संभाला। इसके बाद वर्ष 2002 से 2007 तक युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष भी रहे। फिर कांग्रेस सेवादल की प्रदेश कार्य समिति में सदस्य और सदर विधानसभा से प्रत्याशी भी रहे। इसके अलावा पिछले साल से वे सेवादल अध्यक्ष का पद भी संभाल रहे हैं।
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शोले ने बताया कि उन्हें कांग्रेस में रहकर करीब 20 साल राजनीति की। लेकिन, पिछले कुछ वर्षोँ से लगातार पार्टी के नीति निर्माताओं व निर्णायक जनों के द्वारा उन्हें अपेक्षित रखा जा रहा है। इससे कहीं न कहीं वे अपने आप को अपमानित महसूस कर रहे हैं। मन काफी द्रवित है, जिससे वे कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष व पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दोनों से इस्तीफा भेज दिया है। उन्होंने त्याग पत्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रभारी प्रियंका गांधी सहित समस्त वरिष्ठ नेताओं को भेज दिया है।