हरदोई: जिले में संडीला में सरकारी आवास किसी जरूरतमंदों मिलता उससे पहले वह ही खंडहर में तब्दील हो गए हैं। जब एडीएम इस परियोजना की जांच करने पहुंची तो निर्माण कार्य में हुई लापरवाही की पोल खुल गई। एडीएम के पैर लगाते ही बिल्डिंग का प्लास्टर छूटने लगा।
10 करोड़ रुपए की लागत से बने इन सरकारी आवासों की दीवारों का प्लास्टर एडीएम के पैर लगते ही गिरने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। IHSDP योजना के अंतर्गत 252 आवास 10 साल पहले बनने शुरू हुए थे, जिसकी दस करोड़ रुपए की लागत थी.
कार्यदायी संस्था को एडीएम ने जमकर लगाई लताड़
जिले की बड़ी परियोजनाओं के भौतिक सत्यापन की स्थिति को लेकर जिलाधिकारी के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी वंदना त्रिवेदी ने संडीला नगर पालिका क्षेत्र में आईएचएसडीपी योजना के अंतर्गत दस करोड़ रुपए की लागत से बने 252 आवासों की परियोजना का निरीक्षण किया। उसी निरीक्षण का विडियो वायरल हो रहा है.
इसमें अपर जिलाधिकारी वंदना त्रिवेदी कुछ कमरों में अपने पैर के जूते से प्लास्टर छूकर देख रही हैं। पैर से छूते ही दीवारों का प्लास्टर तुरंत टूटकर जमीन पर गिरता नजर आ रहा है। इसके बाद एडीएम ने कार्यदायी संस्था को जमकर लताड़ लगाई। यह पूरा वाक्या शुक्रवार यानी 30 दिसंबर का है
इस मामले में अपर जिलाधिकारी वंदना त्रिवेदी ने बताया कि पूरे मामले में जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को दे दी गयी है। जिसके परीक्षण के बाद पूरे मामले में अग्रिम कार्रवाई की जायेगी।
- यह भी पढ़ें:
- ओबीसी आरक्षण: हाईकोर्ट के फैसले को दी चुनौती, सुप्रीम कोर्ट पहुंची यूपी सरकार, 4 जनवरी को होगी सुनवाई
- ओबीसी आरक्षण: हाईकोर्ट के फैसले को दी चुनौती, सुप्रीम कोर्ट पहुंची यूपी सरकार, 4 जनवरी को होगी सुनवाई