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Ratan Tata: उद्योग जगत के महानायक रतन टाटा के जीवन से जुड़े 10 अनसुने रोचक तथ्य

Interesting Facts About Ratan Tata: भारतीय उद्योगपति और टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष, रतन नवल टाटा का 9 अक्टूबर 2024 को 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया। टाटा ने भारतीय उद्योग और समाज पर अपनी दूरदर्शी सोच और नेतृत्व से गहरी छाप छोड़ी है। वे अपने परोपकारी कार्यों और समाज सेवा के लिए भी बेहद प्रसिद्ध थे। उनका जन्म 28 दिसंबर 1937 को बॉम्बे में हुआ था। वे 1990 से 2012 तक टाटा समूह के अध्यक्ष रहे और इस दौरान उन्होंने कंपनी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।

Ratan Tata के जीवन का सफर

रतन टाटा एक असाधारण उद्योगपति और परोपकारी थे। 2000 में उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण और 2008 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। टाटा समूह के अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने कंपनी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित किया और कई ऐतिहासिक फैसले लिए।



2008 में जब उन्होंने जगुआर और लैंड रोवर को फोर्ड मोटर्स से खरीदा, यह उनकी सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक थी। इसके पहले 1999 में टाटा मोटर्स को बेचने के दौरान उन्हें अपमानित किया गया था, लेकिन उन्होंने धैर्य और संकल्प के साथ भविष्य में इस अपमान का जवाब दिया।

Ratan Tata का शिक्षा के प्रति विशेष रुझान था। उन्होंने 1962 में कॉर्नेल विश्वविद्यालय से वास्तुकला में स्नातक की डिग्री प्राप्त की और बाद में हार्वर्ड बिजनेस स्कूल में एडवांस मैनेजमेंट प्रोग्राम पूरा किया। उनके नेतृत्व में टाटा समूह ने कई क्षेत्रों में सफलता प्राप्त की, जिसमें टाटा इंडिका, टाटा नैनो और टाटा कम्युनिकेशंस जैसी प्रमुख परियोजनाएं शामिल हैं।

Ratan Tata के जीवन से जुड़े 10 अनसुने तथ्य

  1. टाटा इंडिका का लॉन्च: 1998 में Ratan Tata के नेतृत्व में टाटा मोटर्स ने भारत की पहली स्वदेशी रूप से डिजाइन की गई कार, टाटा इंडिका, लॉन्च की। यह भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था।
  2. टाटा नैनो का सपना: रतन टाटा का सपना था कि हर भारतीय के पास एक सस्ती कार हो। उन्होंने इसे 2008 में टाटा नैनो के रूप में साकार किया, जिसे दुनिया की सबसे सस्ती कार कहा गया।
  3. वीएसएनएल का अधिग्रहण: 2002 में टाटा संस ने वीएसएनएल का अधिग्रहण किया, जो टाटा कम्युनिकेशंस के लिए एक मजबूत मंच तैयार करने में मददगार साबित हुआ।
  4. स्टारबक्स के साथ गठबंधन: 2012 में टाटा ग्लोबल बेवरेजेस ने अंतरराष्ट्रीय कॉफी कंपनी स्टारबक्स के साथ साझेदारी की, जिससे भारत में कॉफी बाजार में टाटा की पकड़ और मजबूत हुई।
  5. कभी शादी नहीं की: रतन टाटा ने कभी शादी नहीं की, हालांकि उन्होंने एक बार स्वीकार किया था कि वे शादी के करीब आए थे, लेकिन कुछ कारणों से ऐसा नहीं हो सका।
  6. एफ-16 उड़ाने वाले पहले भारतीय: Ratan Tata को उड़ान का शौक था और वे एक लाइसेंस प्राप्त पायलट थे। 2007 में उन्होंने एफ-16 फाल्कन उड़ाया, ऐसा करने वाले वे पहले भारतीय बने।
  7. जेआरडी टाटा से प्रेरणा: रतन टाटा ने अपना करियर जेआरडी टाटा के मार्गदर्शन में शुरू किया। टाटा समूह में उनका करियर लॉस एंजिल्स में आर्किटेक्चर का अध्ययन करने के बाद शुरू हुआ।
  8. कुत्तों से प्यार: रतन टाटा को जानवरों, खासकर कुत्तों से बेहद प्यार था। वे अपने परोपकारी कार्यों में जानवरों की देखभाल को भी प्राथमिकता देते थे।
  9. चार बार शादी के करीब पहुंचे: Ratan Tata ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वे चार बार शादी के करीब आए थे, लेकिन अंततः कभी शादी नहीं की। उनके अनुसार, सही समय पर सही परिस्थितियाँ नहीं बन पाईं।
  10. रतन टाटा की प्रसिद्ध पंक्ति: उनका एक प्रसिद्ध कथन है, “मैं सही निर्णय लेने में विश्वास नहीं करता। मैं निर्णय लेता हूं और फिर उन्हें सही बनाता हूं।” यह पंक्ति उनके नेतृत्व शैली की पहचान थी, जिसमें उन्होंने चुनौतियों को अवसरों में बदला।

Ratan Tata का निधन न केवल टाटा समूह बल्कि पूरे भारत के लिए एक बड़ी क्षति है। उनके योगदान और उनकी सोच ने भारतीय उद्योग को एक नई दिशा दी। उनके परोपकारी कार्यों के माध्यम से उन्होंने समाज के कमजोर वर्गों की मदद की, जिसे हमेशा याद किया जाएगा।

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