Shyam Benegal passes away: भारतीय सिनेमा जगत को बड़ा झटका लगा है। मशहूर फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल का 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया। श्याम लंबे समय से उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। उनके निधन की पुष्टि उनकी बेटी पिया बेनेगल ने की। श्याम बेनेगल का जाना भारतीय सिनेमा के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
श्याम बेनेगल को भारतीय सरकार ने 1976 में पद्मश्री और 1991 में पद्म भूषण से सम्मानित किया था। उन्होंने भारतीय समानांतर सिनेमा को नया आयाम दिया। उनकी प्रतिष्ठित फिल्मों में मंथन, जुबैदा, और सरदारी बेगम जैसी रचनाएं शामिल हैं।
अंतिम संस्कार
श्याम बेनेगल (Shyam Benegal) का अंतिम संस्कार 24 दिसंबर को मुंबई के शिवाजी पार्क इलेक्ट्रिक क्रेमेटोरियम में दोपहर 2 बजे किया जाएगा।
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शोक व्यक्त करते हुए लिखा, “श्याम बेनेगल (Shyam Benegal) के निधन से भारतीय सिनेमा का एक गौरवशाली अध्याय समाप्त हो गया। उन्होंने नए युग के सिनेमा की नींव रखी और अपनी अनगिनत कृतियों से लोगों को प्रेरित किया। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने X पर लिखा, “श्याम बेनेगल जी के निधन से गहरा दुख हुआ। उनकी कहानियों ने भारतीय सिनेमा पर अमिट छाप छोड़ी। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ओम शांति।”
फिल्मी दुनिया और नेताओं ने किया शोक प्रकट
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी: “हमारे प्रतिष्ठित फिल्म निर्माता श्याम बेनेगल (Shyam Benegal) के निधन से दुखी हूं। भारतीय समानांतर सिनेमा के एक स्तंभ, उन्हें सभी पारखी लोगों द्वारा प्यार और प्रशंसा मिली। उनके परिवार, दोस्तों और अनुयायियों के प्रति मेरी संवेदनाएं।”
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी: “श्याम बेनेगल (Shyam Benegal) जी ने भारतीय कहानियों को संवेदनशीलता के साथ जीवंत किया। उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।”
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस: “श्याम बेनेगल का निधन भारतीय सिनेमा के एक युग के अंत का प्रतीक है। उनकी सेवा अतुलनीय थी।”
बॉलीवुड सितारों की श्रद्धांजलि
- हंसल मेहता: “आपने हमें प्रेरित किया। कठिन कहानियों को गरिमा देने के लिए आपका धन्यवाद।”
- शेखर कपूर: “उन्होंने भारतीय सिनेमा की दिशा बदल दी। उनकी यादें हमेशा हमारे साथ रहेंगी।”
- करण जौहर: “श्याम बेनेगल ने ऐसी कहानियां दीं जो भारतीय समाज की सीमाओं को पार कर गईं।”
जुबैदा के अभिनेता मनोज बाजपेयी का बयान
“श्याम बेनेगल (Shyam Benegal) का जाना भारतीय सिनेमा के लिए बड़ा नुकसान है। उनके साथ जुबैदा में काम करना एक परिवर्तनकारी अनुभव था। उन्होंने कहानियों को एक अलग दृष्टिकोण दिया। मैं हमेशा उनके मार्गदर्शन के लिए उनका आभारी रहूंगा।”
श्याम बेनेगल: भारतीय सिनेमा के स्तंभ
श्याम बेनेगल (Shyam Benegal) को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्होंने अपने करियर में 24 फिल्मों, 45 डॉक्यूमेंट्री और 1500 एड फिल्मों का निर्माण किया। उनकी चर्चित कृतियों में मंडी, आरोहन, नेताजी सुभाष चंद्र बोस: द फॉरगोटन हीरो और वेलकम टू सज्जनपुर शामिल हैं।
उनके निधन के साथ भारतीय सिनेमा ने एक ऐसा नायक खो दिया है, जिसने सिनेमा की दुनिया को नया दृष्टिकोण दिया। श्याम बेनेगल (Shyam Benegal) की विरासत उनकी फिल्मों, कहानियों और उनके द्वारा तैयार किए गए कलाकारों के रूप में जीवित रहेगी।