हरदोई: कृषि सूचनातंत्र के सुदृढ़ीकरण एवं कृषक जागरूकता कार्यक्रम के अन्तर्गत विकास खण्ड स्तरीय किसान मेला, गोष्ठी एवं प्रदर्शनी का आयोजन विकास खण्ड परिसर, भरखनी में किया गया।
मेले में ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि धीरेन्द्र प्रताप सिंह ने उपस्थित कृषकों को सम्बोधित करते हुये कहा कि शासन द्वारा किसानों के हित में अनेकों योजनायें चलाई जा रही हैं। किसान भाई इनसे जुड़कर लाभ उठायें। कृषि विभाग के द्वारा 50 प्रतिशत से 90 प्रतिशत तक अनुदान देकर उन्नत प्रजाति के बीज वितरित किये जा रहे हैं।
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100 प्रतिशत अनुदान पर उर्द, मूंग एवं अरहर मिनीकिट बीज कृषकों में वितरित किये गये हैं इससे जनपद में दलहनी फसलों के क्षेत्रफल में वृद्धि होगी। दलहनी फसलें किसान भाईयों के स्वास्थ्य के लिये और भूमि के स्वास्थ्य के लिये बहुत उपयोगी हैं। प्राकृतिक आपदा होने पर कृषकों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत क्षतिपूर्ति भी कराई जायेगी। किसान भाई अपनी ई-केवाईसी 25 अगस्त 2022 तक जरूर करा लें।
उप कृषि निदेशक डा0 नन्द किशोर द्वारा पी०एम०कुसुम योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना, कृषि यंत्रीकरण योजना, प्राकृतिक कृषि पद्धति, जैविक खेती योजना तथा कृषक उत्पादक संगठनों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने जोर देकर कहा कि किसान भाई ई-केवाईसी दिनांक 25 अगस्त 2022 से पूर्व अवश्य ही करा लें।
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कृषि विज्ञान केन्द्र के कृषि वैज्ञानिक डा० सी०पी०एन० गौतम ने किसानों को खरीफ के अन्तर्गत धान की फसल में खतरपतवार नियंत्रण, कीट/रोग नियंत्रण तथा उर्वरकों के संतुलित प्रयोग के बारे में जानकारी दी। उन्होंने भूमि शोधन जैविक उर्वरक व्यूवेरिया बेसियाना/ट्राइकोडर्मा की एक कि०ग्रा० मात्रा 25 किग्रा0 गोबर की खाद में मिला कर उपयोग करने की सलाह दी इससे खेतों में दीमक नहीं लगती है और मृदाजनित तथा बीज जनित बीमारियां भी नहीं लगती हैं।
कार्यक्रम में उप परियोजना निदेशक जयराम सिंह, सहायक विकास अधिकारी (कृषि), पशु चिकित्साधिकारी तथा अन्य विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। इस अवसर पर आयोजितप्रदर्शनी में कृषि, पशुपालन, डास्प, ग्राम्य विकास, उद्यान तथा वन विभाग आदि विभागों की स्टाल भी लगाई गई।