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राष्ट्रहित में राजसूय यज्ञ जैसे धार्मिक आयोजन निरंतर होने ही चाहिए- योगी आदित्यनाथ

लखनऊ: लोकतंत्र में जनता ही राजा है। राष्ट्रहित में और लोकमंगल के लिए राजसूय यज्ञ जैसे धार्मिक आयोजन निरंतर होने ही चाहिए। यह विचार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने आवास पर रविवार की शाम, राजसूय यज्ञ का आमंत्रण देने गए प्रतिनिधि मंडल के सम्मुख व्यक्त किए। उन्होंने आयोजकों को यज्ञ की सफलता के लिए शुभकामनाएं भी दी।

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10 नवंबर से 14 नवंबर तक होना है राजसूय यज्ञ का आयोजन

आपको बताते चले कि उत्तर प्रदेश के उन्नाव जनपद के मियागंज गांव में आगामी 10 नवंबर से 14 नवंबर तक राजसूय यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। इस यज्ञ में राजतंत्र के प्रतिनिधि के रूप में मुख्यमंत्री को आमंत्रित करने के लिए राजसूय यज्ञ समिति के संरक्षक क्षेत्रीय विधायक (सफीपुर) बम्बालाल दिवाकर, संयोजक मुकेश कुमार गुप्ता, कार्यक्रम प्रभारी बलवीर यादव तथा गायत्री प्रज्ञा पीठ पिहानी (हरदोई) के मुख्य ट्रस्टी अतुल कपूर का 4 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल रविवार को उनके आवास पर पहुंचा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजसूय यज्ञ के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि जनता के हित के लिए इस प्रकार के धार्मिक आयोजन आगे भी निरंतर होते रहने चाहिए। वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि इन्हीं तिथियों में उनके गुजरात में कई कार्यक्रम लगे हुए हैं, तथापि प्रयास करेंगे।

उन्होंने स्पष्ट किया के यदि वे गुजरात के दौरे पर रहे तो उनके प्रतिनिधि के रूप में क्षेत्रीय विधायक बम्बालाल दिवाकर यज्ञ के निर्धारित यज्ञीय कर्मकाण्ड संपन्न कराएंगे। इसके अलावा उप मुख्यमंत्री व मंत्रिपरिषद के अन्य मंत्रीगण राजतंत्र के प्रतिनिधि के रूप में राजसूय यज्ञ में आहुतियां प्रदान करेंगे।

राजसूय यज्ञ की व्यवस्थाओं की देखरेख के लिए उन्नाव के जिला अधिकारी तथा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उन्नाव के पुलिस अधीक्षक को निर्देशित किया गया है। गायत्री तपोवन के वास्तु विशेषज्ञ व इंजीनियर मुकेश कटारिया की देखरेख में यज्ञ की विराट यज्ञशाला बनाई जा रही है।

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