इस साल के शुरुआती दिनों में साउथ बनाम बॉलीवुड के बीच बहस शुरू हुई, जिसमें सोशल मीडिया यूजर्स ने साउथ सिनेमा को अच्छा बताया और हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को जमकर ट्रोल किया। इसके बाद, लोगों ने बॉलीवुड की फिल्मों का बायकॉट शुरू कर दिया।
इस पूरे मुद्दे पर मुकेश खन्ना ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होने फिल्मों के बायकॉट होने की वजह बताई है साथ ही ये भी बताया कि कैसे साउथ के आगे हिंदी सिनेमा के कलाकार छोटे साबित हो गए हैं।
मुकेश खन्ना ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर 15 मिनट का एक वीडियो शेयर किया
मुकेश खन्ना ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर 15 मिनट का एक वीडियो शेयर किया है, जिसके शुरुआती पांच मिनट में उन्होंने बायकॉट बॉलीवुड पर बात की है।
उन्होंने बताया कि एक समय पर फिल्मों के खिलाफ प्रदर्शन होते थे जैसे ‘पद्मावत’ के समय हुआ। लेकिन अब एक संगठन के रूप में लोगों ने बायकॉट करना शुरू कर दिया। इसकी शुरुआत ‘लाल सिंह चड्ढा’ से हुई। आमिर खान ने इससे निपटने की बहुत कोशिश की लेकिन कुछ नहीं कर पाए।
मुकेश खन्ना ने कहा कि इसके बाद अक्षय कुमार की ‘रक्षाबंधन’ का बायकॉट हुआ। इसके बाद नंबर आया तापसी पन्नू का, जो अपने बचकाने बयान की वजह से ट्रोल हो गईं। वह खुलेआम बोल रही थीं कि मेरा बहिष्कार करो।
इसके बाद करण जौहर और आलिया भट्ट की ‘ब्रह्मास्त्र’ का बड़े पैमाने पर बहिष्कार हुआ, जिसमें रणबीर कपूर भी हैं। इस फिल्म का नाम पहले कुछ और था अब कुछ और किया गया। मुकेश खन्ना ने अपने इस वीडियो में आलिया और रणबीर को उज्जैन महाकाल मंदिर में एंट्री न मिलने का भी जिक्र किया।
मुकेश खन्ना ने वीडियो में आगे सवाल किया कि दिलीप कुमार, राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन के समय ऐसा नहीं होता था लेकिन आज शाहरुख, सलमान और आमिर के समय ऐसा क्यों हो रहा है? और क्यों इनके आसपास के कलाकार के साथ भी ऐसा हो रहा है?
इन सब चीजों का कारण बताते हुए ‘शक्तिमान’ फेम एक्टर ने कहा कि आप लोगों की छवि बहुत मायने रखती है। किरदारों और छवि से आप लोग स्टार बनते हैं लेकिन आप अपने अभिमान की वजह से लोगों से कहते हैं कि हमारी फिल्म देखनी है तो देखो वरना मत देखो।
मुकेश खन्ना ने बॉलीवुड के कलाकारों को सलाह देते साउथ इंडस्ट्री को अच्छा बताया और कहा कि मैंने पहले भी कहा था कि हमारे धर्म से खिलवाड़ मत करो। पहले साउथ से हम काफी आगे थे उन्हें रीजनल सिनेमा कहा जाता था। लेकिन अब हमें उनसे कंटेंट के साथ-साथ एक और चीज सीखनी है।
हमारे स्टार्स साउथ के कलाकारों के आगे खड़े भी नहीं हो सकते हैं। चाहे वह अमिताभ बच्चन हो या फिर हमारे खान हो। यहां तक कि आज के समय में जो स्टार्स साउथ सिनेमा से निकले हैं वह भी अपने फैंस को महत्व देते हैं। लेकिन हमारे यहां के एक्टर्स पब्लिक को टाइम नहीं देते।
उन्होंने यह भी कहा कि साउथ में जब फिल्में रिलीज होती हैं तो वहां सुबह सुबह छह बजे का शो देखने फैंस भारी संख्या में पहुंचते हैं लेकिन पहले अभिनेता के पोस्टर की पूजा होती है।
लेकिन हमारे यहां ऐसा नहीं होता। इसलिए मेरा कहना है कि सिर्फ कंटेंट ही साउथ सिनेमा से मत सीखो। बल्कि साउथ कलाकारों से यह भी सीखो कि फैन के साथ कैसे कनेक्ट होना है। आखिर में मुकेश खन्ना ने बॉलीवुड कलाकारों को अभिमान छोड़ने की सलाह दी और कहा की फैंस की कद्र कीजिए।
- यह भी पढ़ें :
- फर्जी चालान करना पुलिस को पड़ा भारी: सीजेएम ने 5 पुलिसकर्मियों पर FIR के दिए आदेश
- Hardoi News: मस्जिद के गेट पर लिखा..’जय श्रीराम’, पुलिस ने दर्ज किया केस