हरदोई। बेहटागोकुल थाना के खेरिया गांव में बीती रात गाँव वालों ने एक बड़ा फैसला ले लिया। ग्रामीणों ने परिषदीय विद्यालय का ताला तोड़कर करीब 300 आवारा गोवंश बंद कर दिए।
मंगलवार की सुबह शिक्षक और बच्चे स्कूल पहुंचे तो ग्रामीणो ने उन्हें स्कूल गेट के बाहर निकाल दिया। हंगामा बढ़ने के बाद स्कूल पहुंचे छात्र घर लौट गए। वहीं शिक्षक पूरे समय तक स्कूल के बाहर बैठे रहे। प्रधानाध्यापक प्रीती दीक्षित ने उच्च अधिकारियों को पूरे प्रकरण की जानकारी दी है।
बेहटा गोकुल के खेरिया गांव में मंगलवार की सुबह प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक व बच्चे स्कूल पहुंचे तो स्कूल के अंदर सैकड़ों की संख्या में आवारा गोवंश भरे हुए थे। जब शिक्षकों ने स्कूल में जाने का प्रयास किया तो ग्रामीणों ने उन्हें रोक दिया। इसके साथ ही साथ बच्चों को भी अंदर घुसने नहीं दिया।
गाँव वालों का कहना है कि पूरे क्षेत्र में सैकड़ों बीघा गेहूं के साथ साथ अन्य फसल आवारा गोवंशों ने बर्बाद कर दी है। गांव के नौजवानों ने खेती को दरकिनार शहरों का रुख कर लिया है। गांव के नौजवान शहरों में मजदूरी कर रहे है। जबकि प्रशासन का इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं हैं।
ग्रामीणों का कहना है वोट लेने वाले जनप्रतिनिधि भी लापता हो चुके हैं। प्रधानाध्यापक प्रीति दीक्षित ने बताया कि विद्यालय में 149 बच्चे पंजीकृत है पूरे दिन शिक्षक स्टाफ गेट के बाहर बैठा रहा लेकिन यह लोग नहीं माने।
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