हरदोई। इंदिरा आवास योजना में अपात्रों को लाभांवित किए जाने के मामले में कार्रवाई तैयारी तेज हो गई है। टड़ियावां बीडीओ ने थाना प्रभारी को यह फर्जीवाड़ा करने वाले 23 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी है। यह मामला वर्ष 2014-15 और 2015-16 का है.
ब्लॉक टड़ियावां की ग्राम पंचायत लिलवल में इंदिरा आवास योजना में चयनित सूची में 23 अपात्रों को लाभ दिया गया था। जब दोबारा जांच हुई उसमें 23 लोगों के अपात्र होने की पुष्टि हुई। इन लोगों ने आवास लेने के लिए फर्जीवाड़ा कर पहली किस्त ले ली थी।
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बताया गया कि पंचायत सचिव और प्रधान ने इन लोगों को पहली किस्त के तौर पर 40-40 हजार रुपये जारी करा दिए थे। अपात्र पाए जाने पर दूसरी और तीसरी किस्त पर रोक लगा दी गई और जारी धनराशि की वसूली करने की जिम्मेदारी टड़ियावां बीडीओ को सौंपी गई।
टड़ियावां बीडीओ ऊषा देवी ने बताया कि अभी तक इन 23 अपात्रों से वसूली नहीं हो सकी है। इस मामले में दोषी पाए गए लोगों में 2017 में पंचायत सचिव जितेंद्र वर्मा, पटल सहायक रामशंकर मिश्रा और कंप्यूटर ऑपरेटर शिवाकांत पांडेय पर मुकदमा दर्ज कराया गया था।
बताया कि पुलिस जांच में लिलवल के प्रधान रहे शिवसागर की भी संलिप्तता पाई गई। पुलिस ने उन्हें भी आरोपितों की श्रेणी में शामिल कर लिया है। अपात्र पाए गए 23 लोगों पर एफआईआर के लिए तहरीर थाना टड़ियावां पुलिस को दिया गया है।
बीडीओ ने बताया कि आवास योजना में लाभ पाने वाले लोगों की ओर से पात्रता के संबंध में शपथ पत्र भी दिया जाता है। शपथ पत्र में इन लोगों ने पात्रता छिपाकर कूटरचित ढंग से योजना का लाभ लेना चाहा है।
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