Hardoi News: ब्लॉक टड़ियांवा, जनपद हरदोई में आज भारत की महान समाज सुधारक और न्यायप्रिय प्रशासक मातेश्वरी अहिल्याबाई होल्कर जी की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में एक भव्य शोभायात्रा और जनसम्मेलन का आयोजन किया गया। इस आयोजन ने सामाजिक समरसता, धार्मिक आस्था और ऐतिहासिक चेतना का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया।
श्रद्धा और समरसता का अद्वितीय संगम
शोभायात्रा में पाल समाज एवं धनगर समाज से हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। आकर्षक झांकियों, भजन मंडलियों और पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ निकाली गई यह यात्रा, टड़ियांवा की गलियों और प्रमुख मार्गों से होती हुई मुख्य सभा स्थल पर पहुँची, जहां प्रमुख वक्ताओं ने देवी अहिल्याबाई के जीवन पर प्रकाश डाला।
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कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, अवध प्रांत के राष्ट्रीय समरसता प्रमुख श्री राजकिशोर जी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने अपने संबोधन में अहिल्याबाई होल्कर के त्याग, सेवा और नेतृत्व को वर्तमान समाज के लिए प्रेरणास्त्रोत बताया।
विशिष्ट अतिथि श्रीमती कीर्ति जी ने कहा कि देवी अहिल्याबाई ने ओंकारेश्वर, काशी, रामेश्वरम, भीमाशंकर जैसे पवित्र स्थलों पर मंदिरों और धर्मशालाओं का निर्माण कराया। वे एक न्यायप्रिय शासिका थीं जिन्होंने सामाजिक भेदभाव से ऊपर उठकर समाज को एक सूत्र में पिरोया।

हर वर्ष 31 मई को मनाई जाएगी राष्ट्रीय जयंती
कार्यक्रम के दौरान एक ऐतिहासिक घोषणा भी की गई कि अब हर वर्ष 31 मई को मातेश्वरी अहिल्याबाई होल्कर जी की जयंती राष्ट्रीय स्तर पर मनाई जाएगी, ताकि युवा पीढ़ियाँ उनके कार्यों और मूल्यों से प्रेरणा ले सकें।
इस भव्य आयोजन का संचालन श्री दिनेश पाल (मंडल अध्यक्ष, युवा मोर्चा, भाजपा) के नेतृत्व में हुआ। आयोजन को सफल बनाने में विजय पाल मास्टर, संतोष पाल, मिथलेश धनगर, इंजी. अखिलेश धनगर, विनोद पाल, ओमशंकर पाल, विरजू पाल, कपिल पाल, अनूप पाल, राहुल पाल, हिमांशु पाल, अमरेश पाल, दिनेश जी, संतोष सैनी, रमेश पाल, खुशी राम बघेल और अरुणेश पाल (अध्यक्ष, अहिल्याबाई होल्कर मंच, हरदोई) का विशेष योगदान रहा।
समाज के हर वर्ग से उमड़े श्रद्धालुओं की उपस्थिति ने इस आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया। देवी अहिल्याबाई होल्कर जी की स्मृति में आयोजित यह शोभायात्रा न केवल श्रद्धा का प्रतीक रही, बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक भी बन गई।