उत्तर प्रदेश के खीमपुर खीरी के गोला से पांच बार विधायक रहे अरविंद गिरी का आकस्मिक निधन हो गया। मंगलवार की सुबह विधायक लखीमपुर खीरी जिले के गोला से लखनऊ के लिए मीटिंग में निकले थे।
चालक राकेश कुमार ने फोन पर बताया कि रास्ते में सिधौली पहुंचे ही थे कि विधायक अरविंद गिरि की तबीयत खराब हो गई और गाड़ी रोकने को कहा। बाद में कार में अगली सीट से उठकर विधायक पिछली सीट पर लेट गए फौरन कार चालक राकेश और गनर रंजीत उन्हें लेकर अटरिया स्थित हिंद मेडिकल कॉलेज ले गए।
अस्पताल में इलाज शुरू होने से पहले ही करीब 7 बजे डॉक्टरों ने अरविंद गिरी को मृत घोषित कर दिया। गनर और चालक ने घटना की सूचना विधायक के छोटे भाई मोंटी गिरि को दी, जिसके साथ ही क्षेत्र में विधायक के आकस्मिक निधन की खबर आग की तरह फैल गई।
शुभचिंतक अपने वाहनों से अटरिया के लिए रवाना हो गए तो कुछ वहीं उनके आवास पर जुटने लगे। वहीं विधायक के घर पर लोगों का तांता लगा हुआ है। हर कोई विधायक की अचानक हुई मौत से स्तब्ध है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।
अरविंद गिरि गोला विधानसभा सीट से लगातार पांचवीं बार विधायक थे
65 साल के अरविंद गिरि गोला विधानसभा सीट से लगातार पांचवीं बार विधायक थे। 30 जून 1958 को यूपी के गोला गोकरणनाथ में जन्मे अरविंद गिरि ने अपने राजनीति सफर की शुरुआत 1994 में समाजवादी पार्टी से की थी। 1995 में चुनाव जीतकर गोला नगर पालिकाध्यक्ष बने। इसके बाद 1996 में पहली बार सपा के टिकट पर 49 हजार मत पाकर विधायक बने। 2000 में वह दोबारा पालिका परिषद गोला के अध्यक्ष बने।
2002 में सपा के टिकट पर 14वीं विधान सभा के दूसरी बार विधायक बने। 2005 में सपा शासनकाल में अनुज वधू अनीता गिरि को जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित कराया। 2007 में नगर पालिका परिषद गोला के अध्यक्ष पद पर पत्नी सुधा गिरि को जिताया। 2007 में फिर तीसरी बार विधायक बने। 2007-2009 में प्रदेश के स्थानीय निकायों के लेखा परीक्षा प्रतिवेदनों की जांच सम्बन्धी समिति के सदस्य रहे। अरविंद गिरि 2022 में भारतीय जनता पार्टी से पांचवीं बार विधायक निर्वाचित हुए।
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