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उत्तराखंड त्रासदी: निघासन(Nighasan) के दो मजदूरों के शव मिले, 34 लापता

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लखीमपुर खीरी : उत्तराखंड के चमोली जिले में रविवार सुबह आई आपदा के बाद लापता लखीमपुर खीरी की निघासन (Nighasan) तहसील के दो मजदूरों के शव मलबे से बरामद हो गए हैं। 34 मजदूर अब भी लापता हैं। 10 मजदूर किसी तरह हादसे वाली जगह से सुरक्षित बाहर निकल आए। ये सभी तपोवन डैम में मजदूरी करने गए थे। जिनसे मिलने के लिए उनके परिवार वाले उत्तराखंड रवाना हो गए हैं। इस बीच डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह और एसपी विजय ढुल ने गांवों में पहुंचकर परिवार वालों को ढांढस बंधाया।

चमोली के तपोवन में ग्लेशियर टूटकर ऋषिगंगा में गिरने से धौलीगंगा पर बन रहा बांध बह गया था। जलप्रलय से निर्माणाधीन तपोवन जल विद्युत में काम करने वाले लखीमपुर खीरी जिले की कोतवाली तिकुनियां के गांव बाबूपुरवा, भूलनपुर, कड़िया, थाना सिंगाही के गांव भैरमपुर, इच्छानगर और तारनकोठी के 40 से अधिक मजदूरों का घर वालों से संपर्क टूट गया। अमर उजाला ने जमीनी पड़ताल कर 40 मजदूर लापता होने की खबर प्रकाशित की, जिसके बाद हरकत में आए प्रशासन ने सोमवार को प्रभावित मजदूरों के गांवों में जाकर परिवार वालों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया।

अकेले सिंगाही क्षेत्र के गांव भैरमपुर से 8, इच्छानगर से 14, बाबूपुरवा, भूलनपुर, तारनकोठी, मिर्जागंज, सिंगाही, तिकुनियां आदि गांवों के 12 मजदूर अब भी लापता हैं। परिवार के लोग उनकी सलामती के लिए भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं। इधर, इच्छानगर निवासी लालता के 19 वर्षीय पुत्र अवधेश का शव मिल गया है। एक और मजदूर का शव मिला है, उसकी शिनाख्त नहीं हुई है, उसके इसी गांव के होने की आशंका जताई जा रही है।

लापता मजदूरों के परिजन से मिलने गांव पहुंचे डीएम-एसपी
राहत आयुक्त और उत्तराखंड के अधिकारियों से जुटाई जा रही सूचीबद्ध लापता मजदूरों की जानकारी
निघासन (Nighasan) तहसील के कई गांवों से उत्तराखंड के चमोली में आई जलप्रलय में लापता हुए मजदूरों से दूसरे दिन भी उनके परिजन का संपर्क नहीं हो पाया। ऐसे परिवारों से मिलने के लिए डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह और एसपी विजय ढुल सोमवार को निघासन (Nighasan) क्षेत्र के गांव बाबुपुरवा, भैरमपुर, इच्छानगर पहुंचे। डीएम ने लापता मजदूरों के परिजन से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। परिजन ने त्रासदी के बाद से लापता लोगों से कोई संपर्क नहीं होने की जानकारी दोहराई।

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डीएम-एसपी ने एक-एक कर परिवारों से मुलाकात के दौरान ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि प्रशासन सभी ऐसे लोगों को चिन्हित कर सूचीबद्ध कर रहा है, जिनका अपने परिवारों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। सूचीबद्ध लोगों के संबंध में राहत आयुक्त, उप्र के अलावा उत्तराखंड के अधिकारियों को सूचित करते हुए उनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। जानकारी मिलते ही सभी परिजन से जानकारी साझा की जाएगी। इस दौरान डीएम-एसपी ने उत्तराखंड के चमोली में खीरी के ऐसे मजदूर जिनसे संपर्क हो रहा है उनसे बात की और उनसे वहां के हालात के बारे में जानकारी ली।

डीएम ने कहा कि लापता मजदूरों की सूची शासन को भेजी जा चुकी हैै और उत्तराखंड सरकार से जानकारी साझा करने के साथ ही अन्य कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने परिवारों को भी हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इस दौरान एसडीएम निघासन ओम प्रकाश गुप्ता, सीओ प्रदीप कुमार वर्मा व तहसीलदार निघासन (Nighasan) धर्मेंद्र कुमार पांडे मौजूद रहे।
डीएम ने कहा- खीरी के 34 मजदूर लापता, 23 सकुशल
लखीमपुर खीरी। उत्तराखंड के चमोली में हुए जलप्रलय की चपेट में आए निघासन (Nighasan) क्षेत्र के आठ गांवों के 34 मजदूरों के लापता होने की पुष्टि डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह ने की है। उन्होंने बताया है कि आठ गांवों तिकुनियां, इच्छानगर, मिर्जागंज, कड़िया, भैरमपुर, भेड़ौरी, भेड़ौरा-सिंगाही कला, उमरा से कुल 57 लोग चमोली में मजदूरी के लिए गए थे। इनमें से 34 लोगों से संपर्क नहीं हो पाया है, जबकि 23 लोग सकुशल हैं और अपने परिवार के संपर्क में हैं। डीएम ने बताया कि उत्तराखंड सरकार से लगातार संपर्क बना हुआ है। जैसे ही कोई नई सूचना प्राप्त होगी, तो परिजन को सूचना दी जाएगी। संवाद

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