हरदोई: समाजवादी पार्टी के कार्यालय पर जिलाध्यक्ष वीरेंद्र यादव को पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव की मूर्ति लगाना महंगा पड़ गया है। नगर पालिका की जमीन पर बिना अनुमति मूर्ति लगाने पर नगर पालिका प्रशासन ने नोटिस देकर 24 घंटे में मूर्ति हटाने का आदेश दिया है।
दरअसल, आपको बताते चले कि हरदोई के नगर पालिका परिसर से कुछ दूरी पर ही समाजवादी पार्टी का कार्यालय है, सबसे बड़ी बात वह नगर पालिका की ही जमीन है। बहुत पहले पूर्व विधायक स्वर्गीय विश्राम सिंह यादव ने ये जमीन सपा कार्यालय के लिए आवंटित की थी। अब यहां जिला अध्यक्ष वीरेंद्र यादव उर्फ वीरे यादव ने पक्का चबूतरा बनवाकर उस पर पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव की लगभग 6 फीट की मूर्ति स्थापित कर दी है।
- यह भी पढ़ें:
- गणेश महोत्सव: हर तरफ गूंज रहे भगवान गणेश के जयकारे
- Tecno Phantom V Flip 5G फोन 64 मेगापिक्सल के साथ भारत में लॉन्च, जानें कीमत फीचर्स
नगर पालिका प्रशासन को जैसे ही मुलायम सिंह यादव की मूर्ति लगाने की भनक लगी उसने बिना देरी किये आनंन-फानन में जिला अध्यक्ष को नोटिस थमा दिया और एक नोटिस कार्यालय पर चस्पा कर दिया। जिसमे लिखा था कि 24 घंटे के अंदर खुद मूर्ति हटा लें नहीं तो प्रशासन कार्रवाई करने के लिए बाध्य होगा।
नगर पालिका ने अपने नोटिस में ये भी जिक्र किया कि बिना प्रशासन की अनुमति के कोई भी मूर्ति लगवाने का अधिकार उनको नहीं है। पालिका प्रशासन ने सपा जिलाध्यक्ष से कहा है कि 24 घंटे में खुद मूर्ति हटा लें, वर्ना पालिका प्रशासन खुद ही मूर्ति हटवाएगा, जिसका खर्चा जिला अध्यक्ष से वसूला जाएगा।
जब इस मामले में जब सपा जिला अध्यक्ष से कुछ जानने की कोशिश की गई, तो उन्होंने कुछ बोलने से मना कर दिया। अब देखने वाली बात यह है कि देश के इतने बड़े नेता और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की मूर्ति समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता खुद हटाते हैं या फिर प्रशासन।