हरदोई। सरकार की ओर से दी जाने वाली वृद्धावस्था पेंशन में बड़े फर्जीवाड़े की उम्मीद जताई जा रही है। विभाग द्वारा कई बार खोजबीन करने के बाद भी लगभग 45 हजार से अधिक वृद्धावस्था पेंशन लाभार्थी गायब हैं।
विभागीय जानकारों की मानें तो 35 से 50 साल तक के लगभग 22 हजार ऐसे लाभार्थी हैं, जो बुजुर्ग बनकर वृद्धावस्था पेंशन का लाभ ले रहे थे। ऐसे लाभार्थी अब सत्यापन भी नहीं करा रहे हैं। विभाग अब ऐसे लोगों से रिकवरी की तैयारी में है। इसके साथ ही लगभग 23 हजार मृतक व आयकर दाता हैं, जो जांचके लिए सामने नहीं आ रहे हैं।
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अब समाज कल्याण विभाग द्वारा पेंशन धारकों का आधार प्रमाणीकरण कराया जा रहा है। पेंशन धारकों की केवाईसी कराई जा रही है। आपको बता दें वृद्धावस्था के तहत जिले में 1 लाख 42 हजार 495 बुजुर्गों को वृद्धावस्था पेंशन दी जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार योजना में फर्जीवाड़े होने की शिकायत पर सभी पेंशन धारकों को 30 जून तक ईकेवाईसी कराने के निर्देश दिए गए थे।
पांच महीने बीत जाने के बाद भी 96 हजार 533 लाभार्थियों ने ही ईकेवाईसी कराई है। विभाग के अनुसार बार घर-घर जाकर सत्यापन कराने और नोटिस देने के बावजूद 45 हजार 962 लोग का पता नहीं चल पा रहा है। वहीं अधिकारियों का मानना है कि ये ऐसे लोग हैं जो फर्जीवाड़ा कर रहे थे, अब सामने नहीं आ रहे हैं।
वृद्धावस्था पेंशन फर्जीवाड़ा में शामिल लोगों पर अब होगी कार्रवाई
“वृद्धावस्था पेंशन के लाभार्थियों का आधार प्रमाणीकरण कराया जा चुका है। 45 हजार से अधिक लाभार्थी कोई जानकारी नहीं दे रहे हैं। इनमें से ज्यादातर अपात्र लोग शामिल हैं, जो अब सामने नहीं आ रहे हैं। जिन लोगों ने आयु छिपाकर योजना का लाभ लिया है, उनसे रिकवरी कराई जाएगी। फिलहाल इन खातों से निकासी पर रोक लगा दी गई है” – राजमती, जिला समाज कल्याण अधिकारी
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