Homeउत्तर प्रदेशउत्तर प्रदेश के पहले तैरते सोलर संयंत्र से बिजली उत्पादन शुरू, 3.02...

उत्तर प्रदेश के पहले तैरते सोलर संयंत्र से बिजली उत्पादन शुरू, 3.02 रुपये प्रति यूनिट पड़ेगी बिजली

spot_img
spot_img

औरैया: उत्तर प्रदेश के पहले तैरते सोलर संयंत्र से बिजली उत्पादन शुरू कर दिया है। औरैया के दिबियापुर में NTPC के डैम में तैरने वाले (फ्लोटिंग) 20 मेगावाट सोलर संयंत्र से बिजली का उत्पादन गुरुवार को शुरू हो गया।

सोलर संयंत्र उत्पन्न बिजली को ग्रिड को भेजी गई है। सोलर संयंत्र शुरू होने बाद NTPC औरैया संयंत्र की अब कुल क्षमता बढ़कर 704 मेगावाट हो गई है।

महाप्रबंधक जसवीर सिंह अहलावत की मौजूदगी में कई चरणों में हुई टेस्टिंग के बाद गुरुवार रात से उत्पादन शुरू हुआ। एनटीपीसी के अपर महाप्रबंधक संजय बाल्यान के अनुसार यह तैरता सोलर संयंत्र उत्तर प्रदेश का पहला संयंत्र है।

NTPC अब तक चार प्रदेशों तेलंगाना के रामागुंडम, केरल के कायमकुलम, गुजरात के कवास और आंध्र प्रदेश के सेमाद्री में जलाशय पर तैरते सोलर संयंत्र लगा चुकी है। 

UP news: विशेष निरीक्षण अभियान में गैरहाजिर मिले 98 शिक्षक निलंबित, 2323 शिक्षकों रुका का वेतन

औरैया में फ्लोटिंग सोलर संयंत्र के लिए एनटीपीसी ने सितंबर 2019 में निविदा आमंत्रित की थी। निविदा पाने वाली कंपनी ने जून 2020 में सोलर संयत्र का काम शुरू किया था। दिबियापुर स्थित एनटीपीसी में लगभग 90 एकड़ क्षेत्र में फैले पूरे तालाब में पैनल नहीं लगाए जा सकते थे। 

तालाब का निर्धारित हिस्सा छोड़ना पड़ा। इसलिए 500 वाट क्षमता के सोलर पैनलों का प्रयोग किया गया। फ्लोटिंग सोलर संयत्र की कुल लागत लगभग 90 करोड़ रुपये आई है। अगस्त 2022 में सोलर प्लांट लगकर तैयार हो चुका था। इसके बाद टेस्टिंग और कमीशनिंग का काम पूरा किया गया।

सोलर संयंत्र से बिजली का उत्पादन हुआ 40 मेगावाट 

NTPC संयंत्र परिसर में 20 मेगावाट क्षमता का जमीन पर सोलर संयंत्र लगाया गया था। जिसकी लगभग 100 करोड़ रुपये थी, जमीन पर लगे सोलर संयंत्र से व्यावसायिक बिजली उत्पादन तीन चरणों में ग्रिड से जोड़ कर शुरू किया जा चुका है। अब गुरुवार से दिबियापुर फ्लोटिंग सोलर संयंत्र से बिजली का व्यावसायिक उत्पादन शुरू हो गया है। 

फ्लोटिंग सोलर संयत्र शुरू होने से इसकी उत्पादन क्षमता बढ़कर 40 मेगावाट हो गई है। आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि एनटीपीसी औरैया में गैस और नेफ्था से चलने वाला 664 मेगावाट का बिजली उत्पादन संयंत्र भी लगा है।

3.02 रुपये प्रति यूनिट पड़ेगी बिजली
एनटीपीसी अधिकारियों के अनुसार गैस और नेफ्था आधारित संयंत्रों से उत्पादित बिजली पांच रुपये से लेकर 20 रुपये प्रति यूनिट पड़ती है। सोलर से उत्पादित बिजली 3.02 रुपये प्रति यूनिट पड़ेगी। 

spot_img
- Advertisment -spot_img

ताज़ा ख़बरें