हरदोई: प्राइवेट स्कूलों में फीस वृद्धि व किताबों-कापियों पर कमीशनबाजी को लेकर अभिभावक संघ ने गुरुवार को जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। प्रशासन ने भी तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए हैं।
अभिभावकों में स्कूल और वाहन फीस में मनमानी वृद्धि व किताबों/कापियों में कमीशनबाजी को लेकर काफी रोष है। अभिभावक संघ ने तत्काल संज्ञान लेते हुये सामने आ रही शिकायतों पर जिला प्रशासन से तत्काल कार्यवाही करने का अनुरोध किया है।
ज्ञापन पर तत्काल एक्शन लेते हुए स्कूल मैनेजमेंट/प्रशासनिक व शिक्षाधिकारियों की एक मीटिंग कराने का निर्देश दिया गया। जिला स्तरीय शुल्क नियामक समिति की मीटिंग भी कराई जाने का निर्देश दिया गया है।
अभिभावक संघ ने बताया कि जनपद के सभी निजी स्कूलों में अभिभावकों से स्कूलों द्वारा विभिन्न प्रकार से नियम विरुद्ध फीस बढ़ाकर लूट की जा रही है। इतना ही नहीं किताब और कापी पर भी जमकर कमीशन बजी हो रही. और इसका भार बच्चे के अभिभावक को मजबूरन उठाना पड़ रहा है.
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माँग की गई है कि उत्तरप्रदेश स्ववित्तपोषित विद्यालय शुल्क विनियमन विधेयक 2018 के अनुरूप जिला शुल्क नियामक समिति द्वारा अनावश्यक रूप से और नियम विरुद्ध शुल्क बढ़ाने वाले विद्यालयों की फीस वृद्धि पर रोक लगाई जाये और उन पर विधेयक के अनुरूप दण्ड लगाकर कठोर कार्यवाही की जाये।
फीस वृद्धि 5% तक ही मान्य
ज्ञात हो कि विधेयक में कोई भी निजी स्कूल केवल जिला शुल्क नियामक समिति को अवगत कराकर ही फीस वृद्धि कर सकता है और ये वृद्धि अधिकतम उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (2.57%) 5% तक ही मान्य है।
विधेयक के अनुसार कोई भी स्कूल किसी निर्धारित दुकान से स्कूल ड्रेस तथा किताबें आदि खरीदने पर बाध्य नहीं कर सकता है जबकि सभी प्राइवेट स्कूल अभिभावकों को केवल बताई गई दुकान से ड्रेस और किताबें खरीदने पर बाध्य कर रहे हैं अतः इन विद्यालयों पर कार्यवाही करके इस पर त्वरित रोक लगाई जाये।
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साथ ही किताबों पर अनुचित रेट प्रिंट कराकर अभिभावकों को काफी मंहगी दरों पर पुस्तकें दी जा रही है और पुस्तकों का पूरा सेट लेने को बाध्य किया जा रहा है जिस पर अंकुश लगाया जाय।
ज्ञापन में कहा गया है कि अभी हाल ही में प्रदेश सरकार द्वारा स्कूतों को कोसेना काल में ली गई फीस का 15% वापसी अथवा समायोजित करने का निर्देश दिया गया था, इसको तत्काल रूप से लागू कराया जाए।
अभिभावक संघ चंदा नहीं लेता
अभिभावक संघ किसी भी अभिभावक से कोई चंदा आदि नही लेता है। यह एक पंजीकृत संस्था है जो कोर कमेटी के सदस्यों के सहयोग से कार्य करती है। अभिभावक संघ के पदाधिकारियों पर उपकृत होने के लगाए जा रहे आरोप पूरी तरह निराधार हैं।
ज्ञापन देने वालों में अभिभावक संघ के संरक्षक आमिर किरमानी, राकेश पाण्डेय, अध्यक्ष गोपाल द्विवेदी व कोर कमेटी सदस्य नवल किशोर शामिल रहे।