हाथरस: DM हाथरस अर्चना वर्मा ने एक ऐसी मिसाल पेश की है जिसकी हर कोई तारीफ कर रहा है। उन्होंने खुद पहल करते हुए अपने सवा 2 साल के बेटे अभिजीत का दाखिला किसी प्ले स्कूल में नही बल्कि आंगनबाड़ी केंद्र में कराया है। इतना ही नही वह रोज अपनी कार से बेटे को छोड़ने भी आंगनबाड़ी केंद्र तक जाती हैं।
उनकी इस पहल की हर कोई प्रसंसा करते हुए कह रहा है कि उन्होंने कहकर नही बल्कि करके दिखाया है। बताते हैं कि डीएम हाथरस न केवल बेटे को छोड़ने जाती हैं बल्कि 20 से 30 मिनट तक बच्चों के साथ भी रहती हैं। उसके बाद वह अपने ऑफिस चली जाती हैं। अभिजीत भी दूसरे बच्चों के साथ मस्ती करता है।
क्या बोलीं DM अर्चना वर्मा ?
अपने बेटे को आंगनबाड़ी केंद्र में भेजने के फैसले पर DM अर्चना वर्मा ने कहती हैं कि हमारे आंगनबाड़ी केंद्र भी काफी विकसित हैं। वे भी किसी प्ले स्कूल से कम नहीं हैं। बोलीं आंगनबाड़ी केंद्र मेरे घर के बहुत नजदीक है। आंगनबाड़ी केंद्र पर जाने से मेरे बेटे की सीखने की रुचि बढ़ी है।
- यह भी पढ़ें:
- गजब का फोन Red Magic 9 Pro हुआ लॉन्च, जानें कीमत और स्पेसिफिकेशन
- स्नैपड्रैगन 8 GEN 3′ प्रोसेसर के साथ iQOO 12 5G लांच, जाने कीमत और स्पेसिफिकेशन
आईएएस अर्चना वर्मा ने कहा वह धीरे-धीरे सोशल हो रहा है। मैं यही चाहती हूं कि मेरा बेटा सभी बच्चों के साथ घुल-मिलकर रहे। अभी से उसके अंदर अच्छे संस्कार आएंगे तो भविष्य में उसके काम आएंगे।अभिजीत रोज गांव के बच्चों के साथ कई घंटे बिताता है। उन्हीं बच्चों के साथ लाइन में बैठकर आंगनबाड़ी में मिलने वाले मिड-डे मील को भी खाता है और सभी बच्चों के साथ वह खेलता भी है।
डीएम के बेटे के हुआ एडमिशन तो बढ़ गयी संख्या
दर्शना आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकत्री ओमप्रकाशी कहती है, “अभिजीत 3 महीने से रोज हमारे केंद्र पर आता है। हालंकि हमे कुछ दिन पहले ही यह जानकारी हुई कि वह डीएम मैडम का बेटा है। कभी-कभार DM की बड़ी बेटी भी उनके साथ आती है। वह भी बाकी बच्चों के साथ खेलती है। अभिजीत के आने के बाद केंद्र में बच्चों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। पहले जहां तीस बच्चे थे अब उनकी संख्या 38 हो गई है।