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हरदोई में 03 अंतर्जनपदीय साइबर अपराधियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, 07 स्मार्टफोन, 02 फर्जी आईकार्ड और बिल बरामद

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उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के थाना बघौली पुलिस एवं साइबर सिक्योरिटी टीम द्वारा संयुक्त कार्यवाही करते हुए फिल्पकार्ट की सर्विस प्रोवाइडर कम्पनी JEEVES के वेंडर सहित 03 अंतर्जनपदीय साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर कब्जे से 07 स्मार्ट मोबाइल फोन, 02 Jeeves कम्पनी फर्जी आई-कार्ड व 02 फर्जी मोबाइल बिल बरामद किया।

आपको बता दें जनपद में साइबर अपराध व अपराधियों पर प्रभावी अंकुश लगाने हेतु पुलिस महानिरीक्षक लखनऊ परिक्षेत्र, लखनऊ द्वारा हाल ही में अत्याधुनिक साइबर सिक्योरिटी सेल का उद्घाटन किया गया था।

इसी क्रम में जनसुनवाई के माध्यम से संज्ञान में आया कि जनपद हरदोई के विभिन्न थाना क्षेत्रों में कुछ व्यक्तियों द्वारा फ्लिपकार्ट ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी के माध्यम से मोबाइल फोन खरीद कर उनमें तकनीकी खराबी होने पर फोन को रिप्लेसमेंट के लिये कंपनी को सूचित किया जाता है किन्तु कुछ जालसाजों द्वारा उपभोक्ता को कंपनी का फर्जी आई-कार्ड दिखाकर मोबाइल फोन लेकर चले जाते है ।

मामलों को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक के निर्देशन, टीमों का गठन किया गया था। पुलिस टीमों द्वारा ऑनलाइन प्राप्त होने वाली शिकायतों का गहन विश्लेषण कर वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर इस तरह की साइबर ठगी करने वाले अपराधियों के संबंध में गहनता से जांच शुरू की गयी।

इस प्रकार के साइबर अपराधो के संबंध में मुखबिरो को सक्रिय किया गया । इसी क्रम में शुक्रवार को बघौली पुलिस टीम को मुखबिर द्वारा सूचना दी गयी कि लखनऊ रोड स्थित गदनपुर मोड के निकट 03 शातिर साइबर अपराधी मौजूद है। पुलिस टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर घेराबंदी कर वहां पर मौजूद तीनों व्यक्तियों को पकड़ लिया गया गया।

पकड़े गए व्यक्तियों से उनका नाम व पता पूछने पर 1. अन्जुल कुमार पुत्र श्याममुरारी निवासी म0नं0 76 खूबपुर विकास नगर कॉलोनी थाना रामकोट जनपद सीतापुर 2. कार्तिकेय शरण मिश्रा पुत्र शम्भूशरण मिश्रा निवासी 39 लोहार बाग, कोतवाली शहर जनपद सीतापुर 3. सुन्दरम मौर्य पुत्र शिवकुमार निवासी मूसेपुर थाना व पोस्ट खीरी जनपद खीरी बताया.

इन साइबर अपराधियों के पास से  07 अदद स्मार्ट स्क्रीन टच फोन, 02 अदद फर्जी मोबाइल बिल व 02 अदद Jeeves कम्पनी फर्जी आईडी कार्ड बरामद किये गए ।

पुलिस टीम द्वारा पकडे गये साइबर अपराधियों से फर्जी आईकार्ड, फर्जी मोबाइल बिल व मोबाइल फोन के संबंध में कडाई से पूछताछ की गयी तो ज्ञात हुआ कि अभियुक्त अन्जुल कुमार Jeeves कम्पनी में रजिस्टर्ड वेण्डर के रुप में कार्य करता था जो ग्राहक की शिकायत पर ग्राहक के पास पहुंचकर मोबाइल फोन व अन्य एसेसरीज़ को चेक करता था। यदि डिवाइस ठीक हो सके तो उसको मौके पर ही ठीक कर देता था अन्यथा रिप्लेसमेंट ऐपरूवल कर देता था.

परंतु विगत वर्ष से अभियुक्त अन्जुल कुमार ने अपने 02 अन्य साथियों(कार्तिकेय व सुन्दरम) की सहायता से उन दोनों का फर्जी आईकार्ड तैयार किया जोकि Jeeves कम्पनी में कार्यरत नहीं थे । वह फर्जी आई-कार्ड लेकर रिप्लेसमेंट डिवाइस को लेने ग्राहक के पास पहुंच जाते थे तथा जालसाजी कर ग्राहकों से डिवाइस लेकर वापस जाते थे। अभियुक्तों द्वारा कूटरचित मोबाइल बिल तैयार कर मोबाइल फोन को विक्रय कर देते थे ।

गिरफ्तार अभियुक्तों के विरुद्ध थाना बघौली पर मु0अ0सं0 350 / 23 धारा 419/420/467/468/471/403/411 भादवि0 व कोतवाली देहात पर मु0अ0सं0 556/23 धारा 419/420/467/468/471 भादवि0 पंजीकृत किया गया ।

साइबर क्राइम:  अपराध करने का तरीका –

अभियुक्तों द्वारा जब किसी ग्राहक ने फ्लिप्कार्ट ऑनलाइन शॉपिंग ऐप के माध्यम से कोई मोबाइल एवं अन्य एसेसरीज़ खरीदा एवं उस मोबाइल व एसेसरीज में कुछ टेक्निकल कमी होती है तो ग्राहक फ्लिपकार्ट ऑनलाइन शॉपिंग ऐप के माध्यम से कम्पलेन्ट दर्ज कराता है। दर्ज की गयी कम्पलेंट के समाधान हेतु फ्लिपकार्ट कम्पनी अपनी सर्विस पार्टनर कम्पनी Jeeves के माध्यम से टेक्नीशियन को ग्राहक के पास भेजकर रिपेयर एंड मेन्टीनेन्स का काम करवाती है.

यदि समस्या का समाधान हो जाता है तथा ग्राहक सन्तुष्ट हो जाता है तब वह कम्पलेंट वही क्लोज कर दी जाती है और यदि Jeeves कम्पनी का टेक्नीशियन ग्राहक के मोबाइल को रिप्लेस्मेन्ट के लिये ऐपरूवल दे देते हैं तो कोरियर कम्पनी का डिलिवरी ब्वाय आकर उस सामान को वापस ले जाकर कम्पनी को भेज देता है.

परन्तु इन साइबर जालसाजों के द्वारा ऐसा न करके कम्पलेन्ट प्राप्त होने पर दो प्राइवेट व्यक्तियों को ( फर्जी आईडी कार्ड देकर ) भेजकर पीड़ित का मोबाइल फोन अथवा अन्य सामान प्राप्त करके फर्जी बिल तैयार कर उसको OLX व अन्य माध्यम से बेच देते हैं एवं जब ग्राहक अपने मोबाइल के सम्बन्ध में पुनः फ्लिपकार्ट को कम्पलेन्ट करते थे जिसके सम्बन्ध में फ्लिपकार्ट कम्पनी अपनी सर्विस पार्टनर कम्पनी Jeeves के पास इन्क्वायरी भेजती थी.

वह इन्कवायरी जाँच हेतु Jeeves कम्पनी के उस टेक्नीशियन के पास पहुँचती थी जोकि ग्राहक के पास मोबाइल चेक करने गया था। जाँच रिपोर्ट में वह टेक्नीशियन रिपोर्ट लगा देते थे कि मैं मोबाइल लेकर नहीं आया। इस तरीके से यह अभियुक्तगण मिलकर धोखाधड़ी एवं जालसाजी के द्वारा आईडी एवं बिल तैयार कर अपराध करते हैं

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