होमपीलीभीतआदमखोर बाघ का आतंक, छह माह में 6 लोगों का किया शिकार

आदमखोर बाघ का आतंक, छह माह में 6 लोगों का किया शिकार

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पीलीभीत/कलीनगर। पीलीभीत जिले की कलीनगर तहसील क्षेत्र में बाघ का आतंक बढ़ता ही जा रहा है. पिछले छह माह में  6 लोगों की जान जा चुकी है। जंगल से बाहर निकलकर बाघ इंसानों का शिकार कर रहा है।

काफी समय से लोग जंगल किनारे तार फेंसिंग कराने की मांग करते चले आ रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। वन विभाग की इस लापरवाही की कीमत ग्रामीणों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ रही है।

बाघ और तेंदुआ शिकार की खोज में जंगल से बाहर निकलकर आबादी क्षेत्र में पहुँच रहे हैं। आए दिन पालतू और आवारा पशुओं को अपना शिकार बना रहे हैं। यहां तक कि ग्रामीण भी सुरक्षित नहीं है। कलीनगर तहसील क्षेत्र में तो टाइगर और तेंदुए का आतंक इस कदर है कि लोग देर-सवेर घरों से बाहर खेतों पर भी नहीं जा रहे हैं।

बाघ ने 6 महीने में 6 लोगों की ली जान

जून 2023 से पांच जनवरी 2024 तक कलीनगर क्षेत्र में 6 लोगों को बाघ ने अपना शिकार बनाया है। बता दें कि 28 जून को गांव रानीगंज माधोटांडा के किसान लालता प्रसाद को बाघ ने उस वक्त मार दिया जब वह रात में धान फसल की रोपाई करने के लिए खेत में सिंचाई कर रहे थे। अगले दिन उनका शव कई टुकड़ों में क्षतविक्षत मिला था। इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया।

इसके बाद 16 अगस्त को भी इसी गांव के राममूर्ति को टाइगर जंगल में खींच ले गया और मार डाला। इस घटना के बाद 21 सितंबर को रायपुर मुस्तकिल रामपुर में खन्नौत नदी किनारे मछली पकड़ने का प्रयास कर रहे गजरौला की माला कालोनी के रघुनाथ को निवाला बनाया था। दूसरे दिन उनका अधखया शव बरामद हुआ था।

इसके बाद 26 सितंबर को बाघ ने पुरैनी दीप नगर के निकट जंगल किनारे खेत में पशुओं के लिए घास काट रहे तोताराम को मार दिया था। पांचवी घटना 11 नबंवर को गांव जमुनिया के ओमप्रकाश को टाइगर ने उस वक्त मार दिया जब गांव के समीप बेलताल पर वह मवेशी चरा रहे थे।

शुक्रवार पांच जनवरी को पुरैनी दीपनगर के एक और किसान स्वरूप सिंह की बाघ के हमले से जान चली गई। यह सभी घटनाएं पीटीआर की महोफ, बराही और माला रेंज के जंगल से निकले बाघ द्वारा की गई।

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